GOPALGANJ DESK – बिहार के गोपालगंज में लॉरेंस विश्नोई के नाम से रंगदारी मांगने के मामले में तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि तीनों आरोपी पश्चिम चंपारण के रहने वाले हैं. उनके पास से तीन मोबाइल फोन को भी जब्त किया गया है. प्रेस वार्ता के दौरान इस बात की जानकारी देते हुए गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि तीनों अपराधी साइबर अपराध से जुड़े हैं और एक्सपेरिमेंट के तौर पर लॉरेंस विश्नोई के नाम का सहारा ले रहे थे. इनके गैंग में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
बता दें कि बीते 30 अक्टूबर को गोपालगंज जिले के बरौली निवासी दो चिकित्सकों सहित पांच लोगों से व्हाट्सएप कॉल कर रंगदारी मांगी गयी थी. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर दोनों डॉक्टरों को व्हाट्सएप पर ऑडियो रिकॉर्डिंग भेज धमकी दी गई थी और डेढ़-डेढ़ लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. धमकी मिलने के बाद बरौली थाना इलाके में रहने वाले बी कुमार और मामून यहिया राही के परिवार दहशत में है. पीड़ित डॉक्टरों की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
तब तकनीकी अनुसंधान के तहत जांच के क्रम में यह गिरफ्तारी हुई है. उस मामले में डॉक्टर मामून याहिया राही ने बताया था कि उनके मोबाइल पर बीते 30 अक्टूबर की शाम को व्हाट्सएप कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताया और डेढ़ लाख रुपये की रंगदारी की मांग की. रंगदारी नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई. जिसके बाद भी उन्हें धमकी भरे कई कॉल आए.
बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई गुजरात की साबरमती जेल में बंद है. जेल में रहने के बावजूद उसका गैंग बाहर सक्रिय है और आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा है. पिछले दिनों मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उस मामले में पुलिस ने लॉरेंस गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इस मामले के बाद लॉरेंस गैंग का सफाया करने की चुनौती देने वाले पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव को भी धमकी दी गई. इसके बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी.