VARANASI DESK – प्रयागराज रामबाग एवं झूंसी स्टेशनों पर कार्यरत टिकर जांच कर्मचारी, रेलवे सुरक्षा बल के जवान एवं अन्य सहयोगी कर्मचारी महाकुंभ मेला ड्यूटी में पूरे मनोयोग से कार्य करते हुए यात्रियों को हर सम्भव मदद कर रहे हैं. इसी क्रम में वाराणसी मंडल के खोया-पाया केंद्र ने एक बार फिर अपनी दक्षता और मानवता के प्रति समर्पण को साबित किया है और आधुनिक तकनीक और समर्पित प्रशासनिक प्रयासों के माध्यम से खोए हुए बच्चों,बूजुर्गो और महिलाओं को उनके परिवारों का पुनर्मिलन तेजी और सटीकता के साथ कराया जा रहा है.
इसी क्रम में आज निर्मला देवी जो गाड़ी संख्या 15004 चौरी-चौरा एक्सप्रेस से कानपुर तक की यात्रा कर रही थी और पानी लेने हेतु प्रयागराज रामबाग स्टेशन पर उतर गई, उसी बीच गाड़ी चल दी और वे अपने परिजनों से बिछड़ गई, उनके परिवार के अन्य लोग चौरीचौरा से ट्रेन में आगे चले गए. सूचना मिलने पर मेला कंट्रोल प्रयागराज रामबाग में कार्यरत कर्मचारी संजीव रंजन द्वारा वाणिज्य नियंत्रण कक्ष प्रयागराज को इस संबंध में शीघ्र सूचित किया गया और त्वरित कार्यवाही के बाद उक्त महिला के भाई चंद्रभूषण शर्मा से सम्पर्क साधकर मेला कंट्रोल प्रयागराज रामबाग द्वारा उनकी बहन निर्मला देवी को उनसे मिलाया गया.
मेला कंट्रोल प्रयागराज रामबाग में कार्यरत कर्मचारी संजीव रंजन, कन्ट्रोल वाराणसी प्रणव कुमार, प्रवर कमर्शियल कम टिकट क्लर्क /प्रयागराज रामबाग, एवं संजीव कुमार प्रवर कमर्शियल कम टिकट क्लर्क के प्रयास से बिछड़ी महिला को उनके परिवार से मिलाया गया. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु रेल प्रशासन को इस पहल की सराहना की और इस केंद्र ने न केवल परिवारों को राहत दी है, बल्कि उनकी आस्था और सुरक्षा के प्रति रेल प्रशासन की जिम्मेदारी को भी बखूबी निभाया है.