मंडल कारा का कैदी सदर अस्पताल में उपचार के दौरान पुलिस कर्मियों को चकमा देकर हो गया फरार ; गिरफ्तारी के लिए बिहार-यूपी की खाक छान रही टीम

मंडल कारा का कैदी सदर अस्पताल में उपचार के दौरान पुलिस कर्मियों को चकमा देकर हो गया फरार ; गिरफ्तारी के लिए बिहार-यूपी की खाक छान रही टीम

CHHAPRA DESK –  एक पखवाड़े में दूसरे कैदी के भागने की घटना ने सारण जिला प्रशासन की नींद उड़ा रखी है. बीते 30 मार्च को जहां एक कैदी छपरा मंडल कारा की दीवार फांद कर फरार हो गया था, वही 18 अप्रैल की रात्रि मंडल कारा का ही एक कैदी छपरा सदर अस्पताल में उपचार के दौरान पुलिस कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया. इस घटना के बाद जिला प्रशासन एवं पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया. बता दें कि उक्त कैदी हत्या के मामले में गिरफ्तारी के बाद जेल में था. उस विचाराधीन कैदी की स्थिति बिगड़ने के बाद उसे करीब 4-5 दिन पहले ही सदर स्थल में भर्ती कराया गया था, जहां से वहां चकमा देकर फरार हुआ है. उक्त फरार कैदी आशीष श्रीवास्तव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिला अंतर्गत गोरखनाथ थाना क्षेत्र के शिव नगर निवासी उमेश चंद्र श्रीवास्तव का पुत्र है. जो कि वर्तमान में सारण जिले के भेल्दी थाना अंतर्गत शोभेपुर गांव में रह रहा था.

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25 नवंबर 2021 को एक व्यवसायी की हत्या में है अभियुक्त

फरार कैदी के खिलाफ भेल्दी थाना में कांड संख्या- 373/ 21 के तहत हत्या की प्राथमिकी दर्ज है. जिसमें अरुण कुमार साह की हत्या हुई थी. उस मामले में मृतक की पत्नी भेल्दी थाना क्षेत्र के गवंद्री गांव निवासी अरुण कुमार साह की पत्नी संजू देवी के द्वारा नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. जिसमें आशीष श्रीवास्तव को नामजद किया गया था.

 

नौकरी दिलाने के नाम पर रुपया व आभूषण लेने और मांग करने पर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था

दर्ज प्राथमिकी में मृतक की पत्नी के द्वारा बताया गया है कि रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर उसके पति से आशीष श्रीवास्तव के द्वारा 10 लाख रुपए लिया गया था. इसके साथ ही उनके पति के द्वारा 200 ग्राम का सोने का हार भी शहर के एक व्यवसायी से उठाकर उन्हें दिया गया था. नौकरी नहीं दिलाने के बाद उनके द्वारा रुपए और आभूषण के बकाये की मांग की जा रही थी, जिसको लेकर इस घटना को उनके द्वारा अंजाम दिया गया है.

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30 मार्च को जेल से भाग गया था सिवान का कैदी

बता दें कि छपरा मंडल कारा की चाक-चौबंद व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए 30 मार्च को सिवान जिले के गोरियाकोठी निवासी नितेश कुमार जेल से फरार हो गया था. हालांकि पुलिस ने तीसरे दिन उसे सिवान से गिरफ्तार भी कर लिया था. वैसे, हथकड़ी सरकाकर और हथकड़ी लेकर कैदियों के भागने का सिलसिला सारण के लिए कोई नया नहीं है. ऐसी अनेक घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी है.

क्या कहते हैं जेल सुपरिंटेंडेंट

इस मामले में जेल सुपरिंटेंडेंट राधेश्याम सुमन ने हलचल न्यूज़ को बताया कि फरार बंदी की गिरफ्तारी को लेकर टीम गठित किया गया है और छापेमारी भी जारी है. उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

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