VAISHALI DESK – वैशाली में साइबर थाना पुलिस ने दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. काजीपुर थाना क्षेत्र के पहेतिया गांव से पकड़े गए अपराधी निखिल कुमार और मनदीप कुमार हैं. पुलिस ने आरोपियों से बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज बरामद किए हैं. इनमें एक लैपटॉप, चार मोबाइल फोन, 309 एटीएम कार्ड और 234 सिम कार्ड शामिल हैं. साथ ही, एक माइक्रो एटीएम और फिंगरप्रिंट स्कैनर भी मिला है. इस मामले में साइबर डीएसपी चांदनी सुमन ने बताया कि आरोपियों के पास से 53 लोगों के आधार
कार्ड की प्रतियां और मनरेगा योजना से जुड़ी 35 फाइलें भी बरामद हुई हैं. जांच में सामने आया है कि आरोपी मनरेगा योजना के तहत लोगों के खातों से पैसे निकालते थे. आरोपी फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों से ठगी भी करते थे. गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई में मनदीप कुमार भागने की कोशिश कर रहा था. लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया. इसके बाद पुलिस मंदीप को साथ लेकर निखिल के घर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार की.
फर्जी लोन देने का करते थे काम
दोनों आरोपी से जब पूछताछ किया गया तो उन्होंने बताया कि वो दानवी फाइनेंस सर्विस लिमिटेड नामक कंपनी के नाम से स्थानीय लोगों को बहला-फुसलाकर उनके सारे दस्तावेज लेकर फर्जी लोन देने का कार्य करते थे. जबकि उनके पास उस कंपनी का कोई लाईसेंस नहीं था.
फिनो पेमेंट बैंक में खुलवाते थे खाता
साथ ही, वो मनरेगा से मजदूरों को पैसा मिलने के नाम पर फिनो पेमेंट बैंक में खाता खुलवाते थे. मनरेगा का पैसा आने के बाद कुछ लोगों को पैसा देकर बाकी सारा पैसा दूसरे के खाते में ट्रांसफर कराकर रख लेते थे. मजदूरों को नया सिम दे देते थे, जिससे मनरेगा के तहत आने वाले पैसे की जानकारी उन्हें न हो।वे ठगी करने के उद्देश्य से जॉब कार्ड खोलने के नाम पर भी उनकी निजी जानकारी, आधार कार्ड और अंगूठा का निशान ले लेते थे. इस संदर्भ में साइबर थाना में आईटी एक्ट दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.