CHHAPRA DESK – कोलकाता के आरजी कार मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर मौमिता देवनाथ के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी नृशंस के विरोध में छपरा सदर अस्पताल से चिकित्सकों ने कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रकट किया. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले निकाले गए इस कैंडल मार्च में आईएमए के चिकित्सक एवं शहर के अन्य चिकित्सक शामिल रहे. यह कैंडल मार्च सदर अस्पताल से निकलकर सड़क मार्ग से मलखाना चौक होते हुए पुन: सदर स्थल पहुंचा जहां मृतका की आत्मा की शांति को लेकर 2 मिनट का मौन धारण करने के बाद कैंडल रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
बता दें कि कोलकाता के उक्त मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान उस महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म किए जाने के बाद उसकी नृशंस हत्या कर दी गई थी. उसका शव अर्धनग्न अवस्था में बरामद किया गया था. इस घटना के बाद पूरे देश में चिकित्सकों का आक्रोश देखने को मिल रहा है. कैंडल मार्च में शामिल आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर एसके सिंह ने बताया कि ऐसी घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. उनकी सरकार से मांग है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी के फंदे तक पहुंचाया जाए.
वही कैंडल मार्च में शामिल महिला चिकित्सक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में महिला चिकित्सक की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है और उन्हें सदैव किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है. ऐसी स्थिति में ड्यूटी करना काफी मुश्किल साबित हो रहा है. कैंडल मार्च में आईएमए सेक्रेटरी डॉक्टर आरके सिंह, पूर्व सेक्रेटरी डॉ तौसीफ मुज्तबा, डॉ आशुतोष रंजन, डॉ राम इकबाल प्रसाद, डॉक्टर राखी सिंह, डॉक्टर शैलेंद्र कुमार सिंह, डॉक्टर विवेक सिंह, डॉ रवि रंजन, डॉ सुधीर सिंह, डॉ विवेक कुमार, डॉ हरेंद्र प्रसाद सहित अन्य चिकित्सक, बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ अध्यक्ष मोब्बशिर हुसैन एवं पैरामेडिकल के दर्जनों छात्र भी शामिल रहे.