CHHAPRA DESK – संघ का काम समाज का काम है. आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 99 वर्ष पूरे कर 100वें वर्ष में प्रवेश कर गया. आज विजयादशमी के दिन ही 1925 में संघ की स्थापना सरसंघचालक हेडगेवार ने की थी. तब से संघ अनवरत अपने पथ पर अग्रसर है. विजयादशमी उत्सव के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा शहर के दर्शन नगर स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर परिसर से पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवकों के द्वारा पथ संचलन निकाला गया. पथ संचलन के आगे आगे रथ पर भगवा लहरा रहा था. वही जयघोष टीम के वाद्य यंत्रों की ध्वनि पर कदमताल करते हुए स्वयंसेवक नगर भ्रमण पर निकले. पथ संचलन दर्शन नगर से निकलकर नगर पालिका चौक, थाना चौक, साहेबगंज, सोनार पट्टी, खनुआ, कटहरी बाग, मौना चौक होते हुए पुनः सरस्वती शिशु विद्या मंदिर पहुंचा, जहां भगवा ध्वजारोहण के बाद शस्त्र पूजन किया गया.
वही मौके पर बौद्धिककर्ता के रूप में जिला कार्यवाह संजीव चौबे ने ने सभी स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया. उन्होंने आर एस एस के मुख्य कार्यों में पांच कार्यों को बताया, जिनमें पारिवारिक दायित्व, सामाजिक समरसता, स्व स्वभाव, पर्यावरण एवं सामाजिक शिष्टाचार को निभाने की बात कही. उक्त कार्यों की विस्तार पूर्वक व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा स्वयंसेवक का आचरण होना चाहिए. उक्त अवसर पर नगर के हजारों स्वयंसेवक पथ संचलन में शामिल हुए जिनका शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर फूल-मालाओं से जमकर स्वागत किया गया.