CHHAPRA DESK – स्पेशल ट्रेन को लेकर रेलवे के द्वारा तमाम दावे किए जाते हैं लेकिन यात्रियों की सुविधाओं पर इस ट्रेन का कोई भी प्रभाव नहीं दिखाई दे रहा है. बुधवार की देर शाम ऋषिकेश से मुजफ्फरपुर जाने वाली स्पेशल ट्रेन को एक बार फिर आउटर पर लगभग ढाई घंटे तक रोके रखा गया. जिस कारण इस उमश भरी गर्मी में छोटे बच्चे तथा बुजुर्ग यात्री व महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. विदित हो की छपरा जंक्शन के आउटर पर आए दिन ट्रेनों में चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है लेकिन उसके बावजूद भी रेल प्रशासन के कानों तक जू नहीं रेंग रहा है.
कई घंटे बिना कारण के ट्रेनों को आउटर पर रोक दिया जा रहा है यात्रियों के परिजन अपने लोगों को स्टेशन ऐप के माध्यम से ट्रेनों की स्थिति को देखते हुए जंक्शन पहुंच रहे हैं. लेकिन, उन्हें यह पता नहीं है कि ऐप के माध्यम से नहीं बल्कि स्टेशन मास्टर के निर्देश के बाद ही ट्रेनों को जंक्शन पर बुलाया जाता है. प्लेटफार्म बढ़ाने के साथ-साथ जहां यात्री सुविधाओं के विस्तार को लेकर आए दिन अधिकारियों का आगमन छपरा जंक्शन पर हो रहा है तो वही इस तरह ट्रेनों के घंटे खड़े रहने से अधिकारियों पर कोई भी प्रभाव नहीं है. इस संदर्भ में पूछे जाने पर स्टेशन डायरेक्टर राजेश कुमार कुछ भी कहने से बचते रहे और टाल-मटोल कर दिया.
जबकि स्टेशन अधीक्षक राजन कुमार ने बताया कि ट्रेन के इंजन में खराबी आ गई है, जिस कारण की उसे रोका गया है. हालांकि जब जंक्शन पर ट्रेन रुकने के बाद पड़ताल की गई तो इस मामले में चालक के द्वारा इंजन खराबी की बात बताने से साफ तौर पर इनकार कर दिया गया. हालांकि इंजन में किसी भी तरह की कोई खराबी की जानकारी उन लोगों के द्वारा नहीं दी गई. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या स्पेशल ट्रेनों की परिचालन तक ही रेल प्रशासन की जिम्मेदारी खत्म हो जाती है या यात्रियों की सुरक्षा तथा सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम भविष्य में उठाए जाएंगे.