CHHAPRA DESK – सारण जिले के डेरनी थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटका बनैया गांव में भगवान राय के पुत्र रितेश कुमार की हत्या मामले में नया खुलासा हुआ है. इस हत्या में बड़ा खुलासा यह है कि रितेश को गोली लगी ही नहीं थी. जबकि रितेश के परिवार वालों, स्थानीय थाना एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा भी उसे गोली लगने की बात स्वीकार की गई थी. लेकिन, वास्तव में रितेश की हत्या गोली मारकर नहीं बल्कि मारपीट कर ही की गई थी. क्योंकि रितेश के शरीर में गोली ना तो लगी थी और ना ही मिली.
पोस्टमार्टम और एक्स-रे से हुआ खुलासा
छपरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए जब रितेश के शव को ले जाया गया तो उसके सीने पर बुलेट का जख्म नहीं पाया गया. उसके शरीर पर ना तो इंट्री और ना ही बुलेट के एग्जिट का कोई निशान पाया गया. जिसके बाद उसके बॉडी का एक्स-रे कराया गया. एक्स-रे के दौरान भी उसके शरीर में कहीं से कोई बुलेट नहीं पाया गया. स्वास्थ्य सूत्रों की माने तो उसके शरीर पर बुलेट का कोई जख्म नहीं था और ना ही उसे गोली लगी थी. जिससे यह स्पष्ट होता है कि उसकी हत्या गोली मारकर नहीं बल्कि मारपीट कर और धारदार हथियार से प्रहार करने की गई थी.
भूमि विवाद में हुई थी फायरिंग
बताया जा रहा है कि डेरनी थाना क्षेत्र के छोटका बनैया गांव में भूमि विवाद को लेकर पट्टीदारों के बीच बहस हुई. जिसके बाद लाठी-डंडे और चाकू बाजी भी हुई. उस दौरान पट्टीदारों के द्वारा फायरिंग भी की गई है. जिसमें भगवान राय और उनके पुत्र रितेश कुमार को गोली लगने की बात बताई गई. रितेश की मौत स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के दौरान हो गई. जिसके बाद परिवार वालों में कोहराम मच गया. फायरिंग के बाद सभी लोगों ने समझा कि रितेश को भी गोली लगी है और पुलिस को बयान भी गोली मार कर हत्या कर दिया गया.
यह बात जिले में आग की तरफ फैल गई कि गोली मारकर हत्या की गई है. लेकिन, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद गोली लगने की बात को सिरे से खारिज कर दिया गया है. वास्तव में रितेश को गोली लगी ही नहीं थी और उसकी हत्या लाठी-डंडे और धारदार हथियार से मारकर ही की गई है.