CHHAPRA DESK – वर्तमान परिवेश में मनुष्य जीवन के सभी समस्याओं का समाधान गीता में उपलब्ध है. उक्त बातें आज गीता जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों में सारण जिला धर्म प्रचारक अरुण पुरोहित ने कही. उन्होंने कहा कि आज से लगभग 5000 वर्ष पूर्व कुरुक्षेत्र में निराश अर्जुन को कर्तव्य बताते हुए भगवान कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था, वह आज भी सार्थक है. गीता हमें निष्काम कर्म योग करने की प्रेरणा देती है. उन्होंने बताया मनुष्य जीवन में हर कदम पर हमें गीता से प्रेरणा लेनी चाहिए. सनातन धर्म की स्थापना के लिए योगेश्वर श्रीकृष्ण की मुख से निकली हुई वाणी को पढ़कर हमें अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए.
अन्याय सह कर बैठे रहना यह महा दुष्कर्म है. न्यायार्थ अपने बन्धुओं को दंड देना धर्म है. गीता जयंती के अवसर पर युवा ब्राह्मण चेतना मंच के द्वारा मारुति मानस मंदिर में सामूहिक गीता पाठ का आयोजन किया गया. जिसमें आचार्य रंगनाथ तिवारी, आचार्य श्यामसुंदर मिश्र, पंडित अरुण पुरोहित धर्म प्रचारक, आचार्य मनीष पांडे, पंडित शशि प्रकाश मिश्रा, पंडित अरुण उपाध्याय, पंडित मुन्ना पाठक, पंडित विशाल पांडे, पंडित पवन उपाध्याय, पंडित विवेक विभूषित, पंडित अनिल कुमार मिश्र, दीपू, मंदिर के पुजारी आचार्य राघव, अजय सिंह, उत्तम, कुंडू, विजय सिंह, राजीव रंजन तिवारी, अंजनी कुमार मिश्र, अमित मिश्रा, ऋषि राज, समृद्धि, आदित्य पाठक सहित अन्य ने गीता पाठ किया. वहीं अरुण पुरोहित ने गीता की महिमा का व्याख्यान किया. उपस्थित भक्तों के बीच में गीता पुस्तक का वितरण किया गया. अरुण पुरोहित ने कहा कि समिति का लक्ष्य घर-घर तक गीता पहुंचाना है.