CHHAPRA DESK – एफएलसी ओके इवीएम के मॉक पोल में एक भी मशीन में त्रुटि नहीं आना कार्य की गुणवत्ता का द्योतक है. गुरुवार को दो प्रतिशत इवीएम पर पांच सौ मॉक पोल कार्य के निरीक्षण के दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर ने अपनी संतुष्टि का इजहार किया. उन्होंने कहा कि जितनी सूक्ष्मता, सतर्कता और पारदर्शिता के साथ इवीएम का एफएलसी होता है चुनाव के दौरान मशीनों में परेशानी की संभावना उतनी ही कम होती है. उन्होंने कहा कि कार्य में लगे अधिकारी, कोषांग कर्मी, इसीआईएल इंजीनियर और मास्टर ट्रेनर ने पूरी तन्मयता, सतर्कता और कुशलता से कार्य को अंजाम दिया है.
कार्य पूर्ण होने पर जिलाधिकारी ने चुनाव आयोग के एसओपी का अनुपालन करते हुए वेयरहाउस को सील करने का निर्देश दिया. वेयरहाउस पर प्रतिनियुक्त सुरक्षाकर्मियों को उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि अब यहां चुनाव में उपयोग के लिए उपलब्ध मशीनें भंडारित हैं. इसलिए सुरक्षा में किसी प्रकार की त्रुटि क्षम्य नहीं होगी. किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को कैंपस में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी. रोस्टर के अनुसार 24 घंटे अनिवार्य सन्तरी ड्यूटी होनी चाहिए. लॉग बुक का विधिवत संधारण होना चाहिए.
डबल लॉक सिस्टम से हुई सीलिंग
इस अवसर पर कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी सह नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के अनुसार इवीएम और वीवी पैट बिल्डिंग के हर फ्लोर को डबल लॉक में सील किया गया. ताले को भी चपरा व जिला निर्वाचन पदाधिकारी के सील से मुहरबंद किया गया. सम्पूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी गयी.
दो लोगों के पास रहती है चाभी
नोडल पदाधिकारी सह डीएमडब्लूओ रवि प्रकाश ने बताया कि अंतिम रूप से 6099 बीयू, 4948 सीयू और 6077 वीवी पैट चुनाव में उपयोग के लिए उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि एसओपी के प्रावधान के अनुसार एक ताले की सभी चाभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी के पास और दूसरे ताले की सभी चाभियां उप निर्वाचन पदाधिकारी की अभिरक्षा में रहती हैं. आदेश होने पर दोनों अधिकारी या उनके द्वारा नामित अधिकारी राजनीतिक दलों की उपस्थिति में वीडियोग्राफी के साथ ही सील खोलते हैं.