CHHAPRA DESK – सारण जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हुए हादसों में दो व्यक्ति की मौत हुई है. जहां एक व्यक्ति की मौत सड़क हादसे में हुई है. वही एक दिव्यांग की मौत पानी में डूबने से हुई है. जिले के मकेर थाना अंतर्गत मुख्य मार्ग पर अनियंत्रित वाहन की चपेट में आने से घायल वृद्ध की मौत उपचार के दौरान हो गई है. मृतक की पहचान जिले के भट्टा फुलवरिया गांव निवासी स्वर्गीय बाबूलाल सिंह के 74 वर्षीय पुत्र शिवराज सिंह के रूप में की गई. थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के बाद उसे परिवार वालों को सौंप दिया है.इस मामले में मृतक के परिवार वालों ने बताया कि किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें छपरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई.
वहीं दूसरी घटना में जिले के मांझी थाना क्षेत्र के महम्मदपुर-ज्ञानी छपरा रोड के किनारे पानी भरे गड्ढे से एक दिव्यांग व्यक्ति का शव बरामद किया गया. गड्ढे में डूबने से मौत होने की जानकारी मिलते ही मृतक के परिवार में कोहराम मच गया. वहीं सूचना पर पहुंची मांझी थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल छपरा भेज दिया. मृतक महम्मदपुर गांव निवासी स्व भोला मियां का पुत्र 53 वर्षीय कजमुल्ला अंसारी बताया जाता है.
घटना के सम्बंध में मृतक के पुत्र आबिद अंसारी ने स्थानीय थाने में एक आवेदन दिया है. जिसमें कहा गया है कि कजमुल्ला अंसारी दिव्यांग थे. वे 16 जुलाई की शाम को अपने घर से ज्ञानी छपरा रोड में बैट्री चालित व्हील चेयर पर घूमने निकले थे. शाम तक जब घर नही पहुंचे तो परिजन परेशान हो गए और उनकी खोजबीन में जुट गए. इस बीच शक के आधार पर ज्ञानी छपरा रोड के किनारे घर से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर खोदे गए गड्ढे में खोजबीन की गई तो बैटरी चालित व्हील चेयर समेत उनका शव बरामद हुआ.
जानकारी मिलने पर घटना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. वहीं सूचना मिलते हीं मांझी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मृतक के शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा, जहां शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद परिवार वालों को सुपुर्द कर दिया गया है. मृतक को तीन पुत्री व दो पुत्र है. जिनमें से एक पुत्री की शादी हो चुकी है. एक पुत्र राजस्थान में प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करता है. जिससे उसके घर का भरण- पोषण होता है. परिवार की माली हालत ठीक नही बतायी जा रही है.