CHHAPRA DESK – सारण जिला में दोषी पाये जाने पर पुलिस पदाधिकारी/कर्मी पर समुचित कार्रवाई की जा रही है. उसी क्रम में निम्नाकिंत पुलिस पदाधिकारियों को उनके कर्तव्य के प्रति संदिग्ध आचरण के आरोप में निलंबित किया गया है. भगवानबाजार थाना के अनुसंधानकर्ता स०अ०नि० ऋषिमुनी राम के विरूद्ध एक ऑडियो क्लिप प्राप्त हुआा था. जिसमें एक कांड में एक व्यक्ति का नाम निकालने हेतु उस व्यक्ति से 25000 रूपये की मांग की जा रही है. ऑडियो क्लिप की प्रारंभिक जांचोपरांत आरोप प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत होने के आलोक में स०आ०नि० ऋषिमुनी राम, भगवानबाजार थाना को तत्काल
प्रभाव से निलंबित किया गया है एवं सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. वहीं डेरनी थाना के अनुसंधानकर्ता पु०अ०नि० छतीश प्रसाद सिंह के विरूद्ध एक ऑडियो क्लीप प्राप्त हुआ जिसमें एक कांड के अभियुक्त को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से उक्त अनुसंधानकर्ता द्वारा किसी व्यक्ति से शराब और चिकेन व अन्य लाभ की मांग की जा रही है. ऑडियो क्लिप की प्रारंभिक जांचोपरांत आरोप प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत होने के आलोक में पु०अ०नि० छतीश प्रसाद सिंह, डेरनी थाना को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है एवं सुसगत पाराओं में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है.
एसपी डॉक्टर गौरव मंगला ने कहा कि अगर किसी पुलिस पदा० / कर्मी द्वारा अवैध वसूली, रिश्वतखोरी आदि की मांग की जा रही है तो उसका Audio/Video साक्ष्य उपलब्ध होने पर सीधा उनके मो०नं० -9431822989 पर प्रेषित कर सकते है. सीधा प्रेषित करने पर आपकी पहचान 100 प्रतिशत गोपनीय रखी जा सकेगी व जनता को प्रताड़ित कर रहे पुलिस पदा० / कर्मी पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने जनता से अपील किया है कि ऐसे पुलिस कर्मियो की जवाबदेही तय करने में ज्यादा से ज्यादा सहयोग करें.