CHHAPRA DESK – सारण एसपी डॉक्टर कुमार आशीष के निर्देशन में साइबर डीएसपी सह थाना अध्यक्ष अमन के द्वारा एक साईबर अपराध के मामले का खुलासा करते हुए बैंक कर्मी को 10 लाख रुपए की रिकवरी कराई है. प्रेस वार्ता के दौरान इस बात की जानकारी देते हुए साइबर डीएसपी श्री अमन ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में साईबर अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी क्रम में एक बैंक कर्मी से 40 लख रुपए की धोखाधड़ी मामले में त्वरित कार्रवाई कर साइबर अपराधियों के एक खाते को उनके द्वारा फ्रिज कराया गया था. जिससे 10 लाख रुपए की रिकवरी उक्त बैंक कर्मी को कराई गई है. वहीं उस मामले में प्राथमिकी दर्ज करते हुए साईबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सभी साईबर अपराधी अन्य प्रदेश के हैं.
बैंक कर्मी ने दर्ज कराई थी ₹40 लाख के फ्रॉड की प्राथमिकी
बीते 26 जुलाई को को पटना जिला के विष्णुपुरी, अनिसाबााद निवासी एवं छपरा में पदास्थापित बैंक कर्मी सौरभ कुमार के द्वारा साईबर थाना को सूचना दी गई कि एक ऐप के द्वारा लोन देने का लालच देकर इनके साथ 40 लाख रु की ठगी कर लिया गया है. इस संदर्भ में वादी के लिखित आवेदन के आधार पर साइबर थाना कांड सं0-240/24 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया. अनुसंधान के क्रम में तकनिकी साक्ष्यों के आधार पर ज्ञात हुआ कि वादी के फ्रॉड के पैसे फ्रॉडस्टर द्वारा कुछ खाते में स्थानांतरित किया गया है. साईबर थाना द्वारा उक्त खाते को फ्रिज करवाते हुए पैसे को होल्ड करवाया गया. होल्ड हुए राशि में 10 लाख रू छपरा न्यायालय के आदेशानुसार वादी सौरभ कुमार के खाते में वापस लौटाया गया है.
लोन देने व हाई रिटर्न इन्वेस्टमेंट के नाम पर हो रही धोखाधड़ी
साईबर डीएसपी अमन ने बताया कि आजकल साईबर अपराधी फ्रॉड करने का नया तरीका इस्तेमाल कर रहे हैं. उनके द्वारा कभी लोन देने के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही है तो कभी हाई रिटर्न इन्वेस्टमेंट के नाम पर पहले उन्हें हाई रिटर्न का लाभ दिखाया जाता है. जिसके बाद छोटी रकम से बड़ी रकम का इन्वेस्टमेंट कराया जाता है और फिर यहीं से फ्रॉड का खेल चालू हो रहा है. लालच में हाई रिटर्न इन्वेस्टमेंट के नाम पर अच्छे-अच्छे लोग फंस रहे हैं.