CHHAPRA DESk- थानेदारी से हथकड़ी तक का यह मामला सारण जिले के मकेर थाना क्षेत्र से सामने आया है. जहां सीने पर पिस्टल रखकर लाखों रुपए लूटने वाले थानेदार की थानेदार जाने के साथ ही हथकड़ी से सामना हो गया और अब उनके सीने में दर्द हो रहा है. जिसको लेकर मंडल कारा की जगह अब उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है. जी हां ! यह वर्दी पर बदनुमा दाग लगाने वाले सारण जिले के मकेर थाना के थानेदार रवि रंजन कुमार सिंह है. जो कि बिहार के नालंदा जिले के इस्लामपुर थाना अंतर्गत कोविल गांव के रहने वाले हैं.
बता दें कि वह वर्ष 2018 बैच के दारोगा है. दारोगा के बाद थानेदारी मिलते ही पैसे कमाने का जुनून ऐसा चढ़ा कि गलत सही का ज्ञान समाप्त हो गया. बिहार में शराबबंदी के बाद शराब पकड़ने को लेकर वाहन जांच के दौरान उनका ईमान तब डोल गया जब एक कार में 32-32 लाख के दो पैकेट एक स्वर्ण व्यवसायी के पास मिले. गाड़ी में वह और पुलिस वाहन का ड्राइवर अनिल कुमार सिंह थे. फिर क्या था ! पलक झपकते दोनों के इरादे बदल गये. कार बार स्वर्ण व्यवसायी को लगे धमकाने और कार में शराब रखकर जेल भेजने के नाम पर एक पैकेट मांगने लगे. जिसके बाद विरोध करने पर सरकारी पिस्टल ही उसके सीने पर सटा दिया और 32 लाख का एक पैकेट लूट लिया.
इस बात का खुलासा तब हुआ जब छपरा शहर के नगर थाना अंतर्गत रौजा निवासी स्वर्ण व्यवसायी स्व राजकुमार गुप्ता का पुत्र रोहन कुमार वहां से भाग कर अन्य व्यवसायियों के साथ एसपी डॉक्टर कुमार आशीष के पास पहुंचा और पूरी घटना बतलाई. जिसके बाद एसपी ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए त्वरित कार्रवाई कर उक्त थानेदार को मकेर जाकर गिरफ्तार करवाया और उसके द्वारा लूटे गए 32 लाख रुपए भी बरामद करवाया. जिसके कारण व्यवसाईयों ने उन्हें साधुवाद दिया उनके इस कदम की भूरि-भूरि प्रशंसा की.
विदित हो कि बीते दिन छपरा शहर के नगर थाना अंतर्गत रौजा मोहल्ला निवासी स्वर्गीय राजकुमार गुप्ता का पुत्र रोहन कुमार मुजफ्फरपुर में आभूषण दुकान खोलने को लेकर अपनी जमीन बेचकर 64 लाख रुपए लेकर अल्टो कार से मुजफ्फरपुर जा रहा था. उसी दौरान मकेर थानेदार के द्वारा कार रोककर तलाशी ली गई तो उनके कार से 32-32 लाख रुपए का दो बंडल देखकर मकेर थाना अध्यक्ष रवि रंजन कुमार एवं पुलिस गाड़ी का वाहन चालक अनिल कुमार सिंह दोनों ने उसे व्यवसायी को धमकाते हुए कार में शराब रखकर फंसाने की बात कह कर 32 लाख रुपए का एक बंडल छीन लिया.
उसे दौरान उसके साथ उनके द्वारा मारपीट कर सीने पर पिस्तौल रखकर धमकाया भी गया. जिसके बाद रोहन कार लेकर आगे बढ़ा तो उसके पीछे भेल्दी थाना पुलिस भी लग गई और जांच के नाम पर उसे परेशान किया गया. जिसके बाद वह लोग किसी तरह बच बचाकर वहां से भाग निकले और एसपी के पास पहुंचे. जिसके बाद उनके द्वारा पूरे मामले की जांच कर सही पाते हुए थानेदार को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया जबकि चालक भाग निकला. लेकिन चालक के घर से 32 लाख रुपए की बरामदगी कर ली गई है.