CHHAPRA DESK – छपरा शहर में चर्चित अधिवक्ता पिता-पुत्र की हत्या मामले में आज दो व्यक्ति मॉब लिंचिंग का शिकार हो जाते, लेकिन सारण एसपी डॉक्टर कुमार आशीष की सतर्कता से दोनों व्यक्ति की जान बच गई. पूरा मामला छपरा शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत मेथवलिया निवासी अधिवक्ता राम अयोध्या प्रसाद यादव और उनके पुत्र सुनील कुमार राय की हत्या से जुड़ा है.
अधिवक्ता हत्याभियुक्त विजय राय के घर चोरी की सूचना पर मेथवलिया पहुंचे थे पत्नी और साला
बता दें कि बीते 12 जून को छपरा शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित दुदहीया पुल के समीप घर से कोर्ट जा रहे दो अधिवक्ता 70 वर्षीय राम अयोध्या प्रसाद यादव तथा उनके 26 वर्षीय अधिवक्ता पुत्र सुनील यादव की बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. अपराधियों ने इस घटना को उस समय अंजाम दिया था जब वे दोनों सुबह-सुबह अपने घर से कोर्ट आ रहे थे. इस मामले में परिजनों के बयान पर पट्टीदार विजय राय एवं उनके पट्टीदारों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए हत्या का कारण भूमि विवाद बताया गया था. उस मामले में त्वररित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो अभियुक्त स्थानीय निवासी काली राय और जगदीप राय दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जबकि विजय राय उस मामले में फरार चल रहे हैं.
घर में चोरी की सूचना पर अभियुक्त विजय राय की पत्नी अपने भाई वह मोहल्ले के एक युवक के साथ पहुंची थी घर
अधिवक्ता राम अयोध्या प्रसाद यादव एवं उनके पुत्र सुनील कुमार यादव हत्या मामले में नामजद अभियुक्त विजय राय की पत्नी को सूचना मिली कि उसके घर में चोरी हो गई है. जिसके बाद वह अपने भाई नगर थाना क्षेत्र के पुलिस लाइन निवासी अशोक राय एवं छोटा तेलपा निवासी इरफान खान के साथ अपने घर पहुंची थी. उनके घर पहुंचते ही उनके पट्टीदार और ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्हें बंधक बना लिया. जिसके बाद अशोक राय और इरफान दोनों को रस्सी से बांधकर बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी गई. दोनों मॉब लिंचिंग का शिकार हो जाते, लेकिन इस घटना की सूचना एसपी को लग गई.
जिसके बाद उनके निर्देश पर डीएसपी और मुफस्सिल थाना पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों को भीड़ से छुड़ाकर उपचार के लिए छपरा सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार किया गया. उपचार के दौरान जख्मी इरफान ने हलचल न्यूज़ को बताया कि उसे मेथवलिया के घटना की कोई जानकारी नहीं थी. वह अपने मोहल्ले के रहने वाले अशोक राय एवं उनकी बहन को बाइक से छोड़ने के लिए मेथवलिया गया था, जहां उन दोनों के बाइक से उतरते ही 35 से 40 लोग उन्हें घेर लिए और रस्सी से बांधकर लाठी डंडे से पिटाई शुरू कर दी.
क्या कहते हैं एसपी
इस मामले में सारण एसपी डॉक्टर कुमार आशीष के द्वारा हलचल न्यूज़ को बताया गया कि पिता-पुत्र अधिवक्ता हत्या अभियुक्त विजय राय की पत्नी और साला दोनों घर में चोरी की सूचना के बाद अपने घर में मेथवलिया पहुंचे थे, जहां भीड़ के द्वारा अशोक राय और इरफान दोनों की जमकर पिटाई शुरू कर दी गई, लेकिन सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को भीड़ से बचकर सदर अस्पताल में उपचार कराया गया. फिलहाल चोरी की घटना के विषय में छानबीन की जा रही है कि वस्तु स्थिति क्या है.