CHHAPRA DESK – आजकल बारात के बाद बिन दुल्हन बारात लौटने की घटनाएं भी आम होने लगी है. जिसमें कभी दुल्हन के द्वारा दूल्हे को वरमाला डालने से इनकार किया जा रहा है तो कभी नाच-गाने को लेकर तो कभी मारवा में दूल्हे की हरकत पर उसे मानसिक रूप से कमजोर ठहरा कर बारात को लौटा दिया जा रहा है. कुछ ऐसा ही एक मामला छपरा शहर के भगवान बाजार थाना अंतर्गत रतनपुरा मोहल्ला से सामने आया है. जहां मामला बहुत ही गंभीर हुआ. बैंड बाजे के साथ बारात भी लगी.
दूल्हा-दुल्हन का वरमाला भी हो गया. लेकिन मारवा में जो हुआ वह चौंकाने वाला था. दुल्हन वालों ने दूल्हे को बंधक बनाकर पिटाई कर दी. मामला बिगड़ते देखा सभी बाराती भी बारात छोड़कर भाग निकले. जिसके बाद अल सुबह इस घटना की सूचना के बाद भगवान बाजार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और वर-वधु दोनों पक्षों को आपसी सहमति से मामला सुलझाने को लेकर बात कही. जिसके बाद सामान वापस करने और आपकी सहमति के बाद मामला शांत हुआ. तब जाकर दूल्हा को बंधन मुक्त किया गया.
आखिर दूल्हा बंधक क्यों बना
बता दे कि सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र के शीतलपुर बरेजा निवासी भूपेश साह के पुत्र रूपेश कुमार की बारात छपरा शहर के भगवान बाजार थाना अंतर्गत रतनपुरा मोहल्ला पहुंची थी. जहां वरमाला के बाद जब मारवा में शादी की रश्म अदा की जा रही थी, तभी वधू पक्ष को पता चला कि वह युवक शादीशुदा है. वह दूसरी शादी करने के लिए पहुंचा है और सिंदूर बाॅक्स पुराना वाला ही है.
वही जब जांच किया गया तो पाया गया कि जो गहना उनके द्वारा चढ़ाया गया है एक गहना छोड़कर बाकी सब नकली है. इस घटना की जानकारी होते ही मामला बिगड़ गया और फिर दूल्हे को बंधक बनाकर शादी की रस्म को रोक दी गई. फिर वधू पक्ष के लोगों के द्वारा दी गई दान-दहेज को वापस किए जाने के बाद मामला शांत हुआ और दूल्हा बिना दुल्हन के ही अपने घर लौट गया.