CHHAPRA DESK – सारण जिले से विद्युत विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां जेई की लापरवाही से दो बिजली मिस्त्री की जान जाते-जाते बच गई. फिलहाल दोनों छपरा सदर अस्पताल में भर्ती हैं. वहां दोनों की स्थिति फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है. जख्मी दोनों बिजली मिस्त्री मानव बल में कार्यरत है. जिसमें एक बिजली मिस्त्री छपरा शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत बिनटोलिया निवासी ब्रह्मदेव प्रसाद का 45 वर्षीय पुत्र मनोज कुमार तथा दूसरा भगवान बाजार थाना क्षेत्र के रतनपुरा मोहल्ला निवासी लक्ष्मण का 25 वर्षीय पुत्र कन्हैया कुमार बताया गया है.
हालांकि दोनों बिजली मिस्त्री छपरा शहर के काशी बाजार फीडर में कार्यरत है, लेकिन एकमा क्षेत्र के ग्रिड में विद्युत से संबंधित कार्य कराये जाने को लेकर जिले के मांझी प्रखंड के जेई हरिशरण के द्वारा उनको साथ ले जाकर एकमा ग्रिड पर काम कराया जा रहा था. जहां उनके द्वारा शटडाउन लेने के बाद मनोज और कन्हैया दोनों ग्रिड के पोल पर चढ़कर कार्य कर रहे थे. उस दौरान मोबाइल पर बात करते-करते और वह ग्रिड में चले गए और कुछ देर बाद उनके द्वारा पावर सप्लाई चालू करवा दिया गया.
पावर सप्लाई चालू किए जाने के साथ ही पोल पर काम कर रहे बिजली मिस्त्री मनोज और कन्हैया दोनों करंट की चपेट में आने से झुलसकर पोल से जमीन पर आ गिरे. इसके बाद नीचे मौजूद बिजली कर्मी के द्वारा स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, लेकिन इस सूचना के बाद की हाल-चाल पूछना तो दूर जेई वहां से भाग खड़ा हुआ. जिसको लेकर बिजली कर्मियों में खासा आक्रोश देखने को मिला. वही एकमा में प्राथमिक उपचार के बाद दोनों मिस्त्री को छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है.