CHHAPRA DESK – सारण में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है. लगातार तीसरे दिन भी सुबह से 4 मौतें हो चुकी है. जिसमें एक मौत इसुआपुर के चौकीदार के पुत्र की भी हुई है. मृतक इसुआपुर थाना क्षेत्र के सिसवा गांव निवासी चौकीदार राम नारायण राय का पुत्र मिथिलेश राय बताया गया है. वहीं इसुआपुर थाना क्षेत्र के शामकौरिया निवासी मुख्तार राय का पुत्र हर किशोर राय, मशरक थाना क्षेत्र निवासी नगीना राम का पुत्र बृजेश राम एवं मशरक थाना क्षेत्र के मशरक तख्त निवासी नजीर मियां के पुत्र मुन्ना आलम की मौत हो चुकी है.
जिसमें मुन्ना आलम के शव को परिजन लेकर सदर अस्पताल से फरार हो चुके हैं. वहीं रमेश राय की मौत सदर अस्पताल से पीएमसीएच रेफर किए जाने के दौरान रास्ते में हुई है. परिजन उसका शव लेकर घर जा रहे थे, तभी थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कक्ष लाया, जहां पोस्टमार्टम कराए जाने की प्रक्रिया की जा रही है. इस प्रकार सारण जिले में अब तक जहरीली शराब से 36 मौतें हो चुकी है.
जिसमें है 30 शवों का पोस्टमार्टम छपरा सदर अस्पताल में कराया जा चुका है. जबकि अन्य शव को परिजन लेकर फरार हो चुके हैं. इसके अलावा पटना पीएमसीएच में भी कुछ शव का पोस्टमार्टम कराया गया है.
मशरक में कल भी बिकी है शराब
जिले में लगातार हो रही जहरीले शराब से मौतों के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप है और प्रशासन चप्पे-चप्पे पर निगरानी बरत रहा है. बावजूद इसके सर्वाधिक मौतों का गांव मशरक, जहां कल भी शराब की बिक्री हुई है. जिसका उदाहरण छपरा सदर अस्पताल में भर्ती मशरक थाना क्षेत्र के बंगरा गांव निवासी हरिशंकर ठाकुर का पुत्र अखिलेश ठाकुर है. जिसने कल संध्या गांव में शराब खरीद कर पी थी. आज सुबह उसके आंखों की रोशनी चली गई.
जिसके बाद परिजन उसे लेकर छपरा सदर अस्पताल पहुंचे, जहां उसका उपचार चल रहा है. उपचार के क्रम में अखिलेश ठाकुर ने बताया कि उसके द्वारा कल संध्या पहर ही गांव में शराब खरीद कर पी गई थी और आज सुबह से उसकी स्थिति बिगड़ गई है. ऐसे में यह एक बड़ा सवाल है कि प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद भी मशरक थाना क्षेत्र में शराब की बिक्री पर पाबंदी नहीं लग पा रही है.