CHHAPRA DESk – गंगा नदी में खुदकुशी की नीयत से कूदने पहुंचे वृद्ध ने जो कहा उससे इंसानियत शर्मसार हो गई. वृद्ध ने कहा क्यों बचाया ? उसके बाद उस वृद्ध ने जो अपनी राम कहानी सुनाई तो हर किसी ने यही कहा कि ऐसी औलाद भगवान दुश्मन को भी ना दे. वृद्ध ने कहा वह अपने चार सुखी संपन्न पुत्रों व एक पुत्री से तिरस्कृत है. वृद्ध वैशाली जिला पातेपुर थानांतर्गत मालपुर से आत्महत्या करने सोनपुर के पहलेजा घाट धाम पहुंचे थे. उक्त वृद्ध ने जैसे ही गंगा नदी में छलांग लगानी चाही कि वहां नदी के आसपास नाविक तथा स्थानीय लोगों ने उसे डूबने से बचा लिया.
इस बात की सूचना पहलेजा ओपी पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही ओपी पुलिस मौके पर पहुंच गई तथा उस वृद्ध से आत्महत्या करने का कारण पूछा. तब वृद्ध ने पुलिस को बताया कि उसके एक विवाहित पुत्री समेत चार संतान है. सभी वयस्क तथा नौकरी करते हैं व सुखी संपन्न हैं. उन सबों ने उनसे जमीन भी लिखवा लिया है. थानाध्यक्ष विश्व मोहन राम ने बताया कि सबसे हैरान करने वाली बात तो यह कि जब उक्त वृद्ध से उसके पुत्रों से घर पर संपर्क किया गया
तथा घटना के बारे में बताया गया तो किसी ने अपने मां-बाप को लेने यहां नहीं पहुंचे. वृद्ध पिता ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिस बेटे के जन्म के बाद घर मे खुशियां मनाई थी, वह एक दिन बुढ़ापे का सहारा बनने की जगह उसके लिए अभिशाप बन जाएगा. उस कलयुगी बेटे ने उसे उसके हालात पर छोड़ दिया. फलस्वरूप उक्त वृद्ध ने आत्महत्या करने की ठान ली.