CHHAPRA DESK – हाथों मे झाड़ू, कुदाल व टोकरी लेकर गंगासमग्र, चिरान्द विकास परिषद, गायत्री परिवार, नमामि गंगे के सदस्यों ने बंगाली बाबा घाट की सफाई में जुट गए. साफ सफाई के क्रम में घाट के सिढी पर श्रधालुओं द्वारा विसर्जित किए गए. कलश, दीपक, गणेश लक्ष्मी की मुर्ति, पोलोथिन, नदी की मिट्टी के अलावे सिढ़ियों व नदी किनारे फैले गाद को भी साफ किया गया. नदी घाट की सफाई करने के साथ ही कार्यकर्ताओं ने मोटर पम्प द्वारा सिढ़ियों की धुलाई भी की गई. गौरतलब है के बाढ़ के दिनों में नदी के द्वारा लाई गई मिट्टी, दशहरा, दिवाली, छठ पूजा, कार्तिक पूर्णिमा स्नान के बाद बंगाली बाबा घाट की स्थिति खराब हो गई थी.

पूरे घाट पर श्रद्धालुओं द्वारा फेंके गए पूजन सामग्री, दीपक, कलश, गणेश लक्ष्मी आदि की मूर्ति, हवन सामग्री तथा नदी की मिट्टी मिलकर गंदगी फैला रही थी. जिसके आलोक में गंगा संवाद श्रीराम विकास परिषद गायत्री परिवार के सदस्यों द्वारा तीन चरण में इसकी सफाई की गई. परिषद के सचिव तथा गंगा समग्र उत्तर बिहार के सहसंयोजक श्रीराम तिवारी ने बताया कि अभी भी नदी द्वारा लाई गई मिट्टी लगभग 20 टन अभी भी है जिसे आने वाले दिनों में सफाई की जाएगी.

उक्त अवसर पर श्रीराम विकास परिषद के राशेश्वर सिंह, रघुनाथ सिंह, श्याम बहादुर सिंह मुकेश सिंह सुमन शाह, दुर्गेश कुमार, लालू राय, जजन राय, मुंशी पासवान, राजू साह, विपीन बिहारी, भगेरन डोम, आलोक, गायत्री परिवार के जिला संयोजक गणेश चौरसिया, शिवदयाल राय, निशा कुमारी, चंद्रमुखी देवी, नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी नीतीश कुमार, रोहित कुमार नेहरू युवा केंद्र के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक महावीर प्रसाद के अलावे दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.

घाटों पर पोलीथीन व कुड़े-कचरे को साफ कर स्वच्छता का संदेश दिया. इस दौरान लोगों को स्वच्छता का संदेश देते हुए सदस्यों ने कहा कि गंगा जीवनदायिनी है इनको स्वच्छ बनाए रखना प्रत्येक मनुष्य का परम कर्तव्य है. लोगों ने कहा कि अगर इसी तरह धार्मिक लोक गंगा को गंगा करते रहे तो उन्हें मुक्ति कैसे मिलेगी क्योंकि अंतिम समय में गंगाजल ही मुक्ति दिलाता है ऐसे में हम सभी का कर्तव्य बनता है कि नदी में पूजा वशिष्ठ ना डालें और ना दूसरे को डालने दें ऐसा करने से अविरल गंगा निर्मल गंगा की मिशन कामयाब होगी.

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