छपरा में पंचायत का तुगलकी फरमान ; ग्रामीणों ने पांच युवकों के सिर पर जूता रख गांव में घुमाया ; 11 माह के लिए किया गांव बदर

छपरा में पंचायत का तुगलकी फरमान ; ग्रामीणों ने पांच युवकों के सिर पर जूता रख गांव में घुमाया ; 11 माह के लिए किया गांव बदर

 CHHAPRA DESK – सारण जिले में सोशल साइट पर लाइव आकर जाति विशेष के प्रति असंसदीय भाषा का प्रयोग करना और अपशब्द कहना पांच युवकों को महंगा पड़ गया है. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पंचायत के द्वारा तुगलकी फरमान जारी किया गया और उस पर अमल भी किया गया. ग्रामीणों ने पांचों के सिर पर जूता रख कर जहां पूरे गांव में घुमाया, वहीं उन पांचो को 11 माह के लिए गांव बदर की सजा भी सुनाई गई है. मामला सारण जिले के गड़खा प्रखण्ड के मिठेपुर पंचायत का है. जहां बिंद समाज के पांच लड़कों के द्वरा फेसबुक पर लाइव आकर विशेष जातियों को अपशब्द कहा जा था. तभी गांव के समस्त ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों ने उन पांचो लड़कों को पकड़कर यह फरमान सुनाया है. इस तुगलकी फरमान में पांचों युवकों को गांव में बुलाया जाता है जहां उनके सर पर जूता रखा जाता है और उनसे कबूल कराया जा रहा है कि उनसे गलती हुई है और वे दोबारा ऐसी गलती नहीं करेंगे. इस कबूल आने के बाद पांचों युवकों को सर पर जूता रखकर पूरे गांव में घुमाया जाता है. जिसके बाद पंचायत उन्हें 11 महीने के लिए गांव से बाहर रहने की सजा भी सुनाती है. बता दें कि भील समाज के द्वारा सोशल मीडिया पर लाइव आकर यादव समाज सहित अन्य समाज को भी अपशब्द का गया उनके इस वीडियो के वायरल होते हैं गांव में जनप्रतिनिधियों एवं यादव समाज के लोगों में खलबली मच गई. इसके बाद आनन-फानन में स्थानीय मुखिया पति की देखरेख में पंचायत बैठी और पांचों को ऐसी सजा सुनाने का तुगलकी फरमान जारी किया गया और उस पर अमल भी किया गया.

क्या कहते हैं गड़खा थानाध्यक्ष

इस मामले में गड़खा थानाध्यक्ष ने बताया कि उनके द्वारा इस मामले पर संज्ञान लेते हुए बिंद समुदाय के उन लड़कों के घर पुलिस पदाधिकारी को भेजा गया है. अगर उनके द्वारा कोई शिकायत की जाती है तो इस मामले में कार्रवाई जरूर की जाएगी.

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