जयप्रकाश महिला कॉलेज में रोल ऑफ न्यूट्रिशन टू मेंटेन ए हेल्दी लाइफ़स्टाइल इन प्रेजेंट सेनारियो विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

जयप्रकाश महिला कॉलेज में रोल ऑफ न्यूट्रिशन टू मेंटेन ए हेल्दी लाइफ़स्टाइल इन प्रेजेंट सेनारियो विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

CHHAPRA DESK – राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के अंतर्गत विषय पर नेशनल सेमिनार का आयोजन जय प्रकाश महिला कॉलेज तथा भागलपुर चैप्टर न्यूट्रिशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के तत्वाधान में किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जय प्रकाश महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ मंजू कुमारी सिन्हा के द्वारा किया गया. उन्होंने अपने वक्तव्य में पोषण के महत्व पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर फारुख अली ने कहा कि हमारे जीवन के प्रथम हजार दिन हमारे जीवन की बुनियाद है.

उन्होंने सेलिब्रेट अ वर्ल्ड ऑफ फ्लेवर्स जो वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पोषण सप्ताह का थीम है पर अपना वक्तव्य दिया तथा जड़ी बूटियों तथा मसालों के लाभ पर प्रकाश डाला. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार का सुपर फास्ट फूड सत्तू है जो कि पौष्टिकता से भरपूर है. उन्होंने कहा कि हमें अपने सोच में सुधार की जरूरत है और भोजन में कच्चे पदार्थों का सेवन करना चाहिए. राष्ट्रीय सेमिनार में जुड़ी मुख्य वक्ता डॉ नताशा सिंह ने महिलाओं की उम्र तथा शारीरिक अवस्था के अनुसार उनकी पोषक तत्वों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. इस कार्यक्रम की दूसरी वक्ता डॉ प्रियंका शाही ने अपने भाषण में कहा कि जो हम बोऐंगे, वही काटेंगे.

अतः बच्चों को शुरुआत से ही स्वास्थ्यकर भोजन की आदत डालनी चाहिए. उन्होंने किशोरावस्था, गर्भावस्था तथा धात्री अवस्था में पोषण की आवश्यकताओं के विषय में प्रकाश डाला. डॉ सीमा सिंह ने अपने वक्तव्य में जीवन शैली के महत्व पर प्रकाश डाला तथा कहा कि हम क्या खाएं, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि कौन, कब, क्या खाए. इस कार्यक्रम के आयोजक सचिव गृह विज्ञान विभाग की डॉ आंचल सिंह तथा संयुक्त आयोजन सचिव गृह विज्ञान विभाग की डॉ सुप्रिया पाठक थीं. कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर शबाना परवीन मल्लिक ने किया. कार्यक्रम के आरंभ में संगीत विभाग के सनोज कुमार राम के निर्देशन में रूपाली, करुणा, खुशबू, हेमा, विशाखा तथा मुस्कान ने कुलगीत गाया.

इस कार्यक्रम में आयोजन समिति के सदस्यों में डॉ रेखा श्रीवास्तव, डॉक्टर बबीता वर्धन, डॉक्टर विनीता सिंह, डॉक्टर आकांक्षा द्विवेदी, डॉक्टर अंबिका श्रीवास्तव, डॉक्टर शिखा सिन्हा, पूनम कुमारी, डॉ मनीषा सिंह, डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ चंदन कुमार तथा डॉ कुमारी नीतू सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उद्घाटन सत्र के बाद 2 तकनीकी सत्र ऑनलाइन और ऑफलाइन भी चलाया गया. ऑनलाइन सत्र का संचालन डॉ सोनाली सिंह ने किया. जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में मध्यप्रदेश के डॉक्टर हरे राम पांडे तथा छत्तीसगढ़ के डॉक्टर सौमित्र तिवारी थे. द्वितीय सत्र का धन्यवाद ज्ञापन डॉ रिंकी कुमारी ने किया.

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