नगर निगम कर्मियों की मिलीभगत से सारण में चल रहा जमीन कब्जाने का खेल ; पैसे नहीं दिए तो सारा प्लान हो जाएगा फेल

नगर निगम कर्मियों की मिलीभगत से सारण में चल रहा जमीन कब्जाने का खेल ; पैसे नहीं दिए तो सारा प्लान हो जाएगा फेल

CHHAPRA DESK – नगर निगम कर्मियों की मिलीभगत से सारण में जमीन कब्जाने का खेल चल रहा है. लेकिन अगर आपने रुपये नहीं चढाये तो सारा प्लान फेल हो जाएगा. फिलहाल तो नगर निगम की जमीन कब्जाने की होड़ सी मच गयी है. ताजा मामला वार्ड नंबर 8 के सलापत गंज बमपुलिस और गुदरी बाजार सोनार पट्टी मस्जिद के पास की है. दोनों ही जगह नगर निगम कर्मियों की मिलीभगत से जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है.

हालांकि नगर आयुक्त अभियान चलाकर नगर निगम की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है. छपरा नगर निगम की जमीन पर अवैध कब्जा जमाने वाले कब्जे धारियों के खिलाफ कार्रवाई के प्रथम चरण में गुदरी बाजार स्थित नगर निगम के चार कट्टे की जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को जमींदोज किया जाना है. लेकिन नगर निगम कर्मियों की मिलीभगत के कारण इसे ध्वस्त किए जाने की बजाए निर्माण कार्य करा कर तीन दुकानो का दरवाजा लगाया गया है.

यह कार्य होली की छुट्टी के दौरान नगर निगम कर्मियों की मिलीभगत से कराया गया है. हालांकि नगर आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय ने इस संबंध में एक पत्र जारी करते हुए उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराए जाने को लेकर 27 फरवरी का दिन मुकर्रर किया था, लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात की रही और उस जमीन पर निर्माण कार्य चल रहा है. जबकि उस अवैध निर्माण को हटाया जाना है. उक्त जमीन पर मोहम्मद जलालुद्दीन का फिलहाल कब्जा है.

हालांकि इस मामले में जहां नगर निगम इसे पूरी तरह अतिक्रमण मानते हुए अवैध निर्माण को गिराए जाने की बात कर रहा है. वही मोहम्मद जलालुद्दीन ने बताया कि जमीन उनकी है और इस जमीन पर उनका डिग्री भी है. जबकि उनके द्वारा जमीन से संबंधित कोई कागजात साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत नहीं किया जा सका है. जबकि नगर निगम कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण 27 फरवरी को अतिक्रमण मुक्त कराए जाने की बात आई गई हो गई और वहां निर्माण कार्य जारी है. इसके विपरीत दो भाइयों के विवाद में नगर निगम ने कोर्ट में विचाराधीन केस को नजरअंदाज करते हुए आज गुदरी बाजार स्थित एक दुकान का माल जब्त कर उसे सील किया गया है.

जबकि उक्त दुकान रवि भूषण प्रसाद के नाम से है और यह विवाद उनका बड़े भाई गणेश प्रसाद से चल रहा है. लेकिन नगर निगम कर्मचारियों का खेल देखिए कि पैसे के दबाव में आनन-फानन में उस दुकान का माल जब्त कर उसमें सरकारी ताला लगा दिया गया. वहीं नगर आयुक्त के आदेश के बाद भी गुदरी बाजार मस्जिद के समीप स्थित 4 कट्ठे के जमीन को खाली नहीं कराया गया, जो कि उनके गलत मंशे को दर्शाता है.

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