Chhapra Desk – अगर आप अपने लाडले बच्चे को टीकाकरण के लिए किसी नर्सिंग होम में ले जाते हैं तो सावधान रहें. और बच्चे को लगाए जाने वाले टीका का एक्सपायरी डेट जरूर देख लें. क्योंकि, आपके बच्चे को एक्सपायर टीका लगाई जा सकती है. ऐसा ही एक मामला शहर के दरोगा राय चौक के समीप स्थित वरदान हॉस्पिटल से सामने आया है. जहां डॉक्टर दिनेश चौहान के इस अस्पताल में कंपाउंडर के द्वारा 15 माह की बच्ची को एक एक्सपायर टीका ही लगाया जा रहा था. लेकिन ऐन वक्त पर बच्ची के पिता ने उस टीका के फाइल पर एक्सपायरी डेट देख लिया. जिसके बाद उसके द्वारा विरोध किए जाने पर उनके बीच विवाद भी उत्पन्न हो गया. मामला यह है कि छपरा शहर के दर्शन नगर निवासी किशन कुमार अपनी 15 माह की पुत्री अंशिका के टीकाकरण को लेकर डॉक्टर दिनेश चौहान के वरदान हॉस्पिटल पर पहुंचे थे, जहां कंपाउंडर के द्वारा टाइफाइड का इंजेक्शन लगाया जाना था. लेकिन उस वायल पर एक्सपायरी जनवरी 2022 लिखा हुआ था. इस दौरान नर्सिंग होम के कुछ कर्मियों द्वारा बताया गया कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. जिसके बाद नर्सिंग होम पर हो हंगामा शुरू हो गया.
इस दौरान अंशिका के पिता किशन कुमार ने बताया कि वह अपनी बच्ची का उपचार एवं टीकाकरण वरदान हॉस्पिटल पर ही करवाते हैं. लेकिन, आज जब उन्होंने देखा कि उनकी बच्ची को दी जाने वाले टॉयफायड के इंजेक्शन पर जनवरी एक्सपायरी लिखा है और वही इंजेक्शन सिरींज में लोड कर दिए जाने की को तैयार किया गया है, तो वह जब इस विषय पर पूछताछ किये तो उसके साथ बदसलूकी की गई और कहा गया कि एक्सपायरी के 6 महीने बाद भारत कोई परेशानी नहीं है. इस मामले में हो हंगामे के बाद पीड़ित किशन कुमार के द्वारा सारण सिविल सर्जन एवं सारण जिला अधिकारी समेत अन्य पदाधिकारियों को भी उक्त नर्सिंग होम पर कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है. हालांकि इस मामले में जांच जारी है.
क्या कहते हैं डॉक्टर दिनेश चौहान
इस मामले में जब वरदान हॉस्पिटल संचालक डॉक्टर दिनेश चौहान से पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि टीकाकरण के विषय में उन्हें जानकारी नहीं थी. लेकिन कंपाउंडर द्वारा टीका लगाए जाने से पहले जैसे ही देखा गया कि वह फाइल एक्सपायर हो चुकी है, तो उसके द्वारा उस वायल को डस्टबिन में फेंक दिया गया था. लेकिन, कुछ लोग इसे बेवजह तूल पकड़ने में लगे हुए हैं. उनको परेशान करने के लिए उनके खिलाफ आवेदन दिया गया है.