CHHAPRA DESK – सारण जिले में मां के ममता के शर्मसार होने की घटना सामने आई है. जहां जिले के बनियापुर थाना अंतर्गत खालिसपुर गांव में एक नवजात बच्चे के रोने की आवाज के बाद उधर से गुजर रहा एक युवक उसे अपने साथ लेकर घर चला गया और परिवार वालों ने उसका उपचार कराया. उपचार के बाद इस सूचना के बाद बच्चे को लेने के लिए कई लोग तैयार हो गए और इस सूचना के बाद बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने बच्चों को अपने संरक्षण में ले लिया. फिलहाल बच्चे का उपचार छपरा सदर अस्पताल के एसएनसीयू में चल रहा है.
बच्चे को लेने के लिए दर्जनो लोग पहुंचे सदर अस्पताल
बता दे कि उक्त बच्चे को बनियापुर थाना क्षेत्र के खालिसपुर गांव निवासी सुनील कुमार साह ने उठाकर परिवार सहित उसका उपचार कराया था. जैसे ही बाल कल्याण समिति ने बच्चे को अपने संरक्षण में लेकर उपचार शुरू कराया, सुनील साह के परिवार के दर्जनों महिला-पुरुष सदर अस्पताल के एस एन सी यू वार्ड पहुंच गए और वहां उन लोगों ने इलाज के बाद बच्चे को साथ ले जाने के लिए दबाव बनाने लगे हैं. परिजन इस बात को लेकर आक्रोशित भी दिखे. उनका कहना था कि बच्चे को समय पर गांव स्थित नहर के झाड़ी से उन लोगों ने बरामद कर उसका उपचार कराया.
उस समय नवजात का नाड़ा भी नहीं कटा था और चीटियां लगने लगी थी. उसके रोने की आवाज पर उन लोगों ने उसको उठाकर उपचार कराया अब बच्चे पर उनका अधिकार बनता है. वही बाल कल्याण समिति के द्वारा उन्हें बताया गया कि उन्हें कानूनन बच्चे को गोद लेना पड़ेगा तो परिवार वाले उस बात पर भी तैयार हो गए. उनका कहना था कि वह बच्चा उन्हें हर हाल में चाहिए क्योंकि भगवान ने उनके लिए ही उस बच्चे को भेजा है.