CHHAPRA DESK – सारण जिले में भू-माफियाओं के नित्य नये कारनामें सामने आते हैं. लेकिन हद तो तब हो गई, जब भू-माफियाओं ने सरकारी अस्पताल की जमीन की ही बिक्री कर दी. जिसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. हालांकि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के आवेदन के बाद सीओ के द्वारा उक्त जमीन के दाखिल खारिज पर रोक लगा दी गई है.
मामला जिले के नगरा प्रखण्ड के पीएचसी नगरा के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र रामपुरकला गांव का है. जहां हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के कैम्पस में वर्तमान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चल रहा है और भू-माफियाओं ने उक्त जमीन के एक खंड को बेच दिया. और वह भी तब जब उक्त भूखंड पर मरीजों के बैठने की व्यवस्था की गई है. उक्त मामले के प्रकाश में आने के बाद वहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ महेंद्र मोहन के द्वारा उक्त सरकारी जमीन बिक्री करने वाले के खिलाफ स्थानीय पुलिस, सीओ,
संबंधित अधिकारी के साथ साथ जिलाधिकारी को भी आवेदन दिया है. इस बात की जानकारी देते हुए पीएचसी प्रभारी ने बताया कि लगभग 50 वर्षों से रामपुर कला गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र चलता है. उन्होंने बताया कि उपस्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य चल रहा है, इसलिए उक्त उप स्वास्थ्य केंद्र में ही संचालित हो रहा है. उन्होंने अपने प्रतिवेदन के माध्यम से कहा कि उपस्वास्थ्य केंद्र परिसर रामपुरकला गांव खाता संख्या 343, सर्वे 1436 गांव का जमीन इसी गांव के विश्वप्रताप सिंह द्वारा पटेढा गांव के धनंजय पांडेय से बिक्री कर दिया गया है.
जिसकी दाखिल खारिज नहीं करने का आवेदन सीओ को दिया गया है. उन्होंने बताया कि उक्त जमीन करीब छह कट्ठा है. जिसमें एक कट्ठा बिक्री कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा सीओ से इस जमीन का मापी करने को कहा गया है. वहीं सीओ मोहित कुमार ने कहा कि इस संबंध में आवेदन प्राप्त हुआ है. सरकारी जमीन की बिक्री की दाखिल खारिज नही होगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी.