CHHAPRA DESK- मनुष्य को ज्ञान हो जाए, आत्मतत्वों का बोध हो जाए, उसी का नाम मोक्ष है. उसी का नाम मुक्ति है. उक्त बातें प्रख़्यात प्रवाचिका प्रज्ञा भारती उर्फ पंछी देवी ने छपरा सदर प्रखंड के ग्राम बड़ा करिंगा स्थित खाकी मठिया परिसर में प्रवचन के दौरान कही. हलचल न्यूज़. उन्होंने कहा कि जो उत्तम कोटि का साधन है वह मोक्ष की कामना ही नहीं करता वह तो सिर्फ भक्ति की ही चर्चा करता है.
जिसको भगवान की भक्ति मिल जाती है वह कभी मोक्ष की कामना ही नहीं करता. भक्ति ही उसका पुरुषार्थ बन जाता है. उन्होंने कहा कि वास्तव में वासनाएं और कामनाएं हमारे जीवन का उपभोग करती हैं और हम कामनाओं के विजेता नहीं बन पाते हैं. हलचल न्यूज़. वास्तव में बादलों की तरह उम्र कर मनुष्य के जीवन पर छाए रहते हैं. तब मनुष्य इन वासनाओं से बचने के लिए मोक्ष और मुक्ति की खोज में निकलता है.
हलचल न्यूज़. मनुष्य मोक्ष के लिए प्रयास करता है लेकिन अपनी भक्ति की शक्ति को जागृत नहीं कर पाता, फिर मोक्ष कहां मिलना है.वही पंछी देवी के अलावे छपरा के प्रवाचक शिव वचनजी महाराज सहित अन्य संतों ने भी अपने प्रवचन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. वही प्रवचन सुनने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालुगण देर रात्रि तक खाकी मठिया परिसर में डटे रहें.