सारण : आवास सहायक के कॉल रिकॉर्ड का ऑडियो वायरल होने से खुली विभाग की पोल

CHHAPRA DESK – सारण जिले के मढ़ौरा से एक आवास सहायक का कॉल रिकॉर्ड वायरल हुआ है. कॉल रिकॉर्ड में आवास सहायक प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के लाभुक के लड़के से घूस की राशि मांगते सुनाई दे रहे है. हालांकि कॉल डिटेल्स में आवाज किसकी है यह अभी जांच का विषय है लेकिन यह दावा किया जा रहा है की आवाज सहायक में की है.  कॉल रिकॉर्ड में आवास सहायक लाभूक के पुत्र से फोन पर आवास का प्रथम किस्त की राशि खाता में डलवाने की बात कहता है. बाद में ऑफिस खर्च का 15 हजार रुपया पहली किस्त से ही दे देने का खुलेआम मांग करता हैं. आडियों के वायरल होने के बाद प्रखंड कार्यालय में खलबली मच गई है. बीडीओ सुधीर कुमार ने मामले में संज्ञान लेते हुए एक तीन सदस्यीय जांच टीम को गठित कर तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगा है. जांच टीम में प्रखंड कल्याण पदाधिकारी राकेश कुमार, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी विनोद कुमार और आवास पर्यवेक्षक दीपक कुमार सिंह का नाम शामिल है. मामला मढ़ौरा प्रखंड के बहुआरापट्टी पंचायत का है.  जहा के आवास सहायक संजीत कुमार बताए जा रहे हैं.इस मामले को लेकर आवास सहायक संजीत कुमार ने अपनी आवाज नही होने की बात कह रहे है. उन्होंने कहा कि उन्हे कुछ लोगों द्वारा फंसाया जा रहा है.

लिखित शिकायत के साथ दिया था कॉल रिकॉर्ड भी

मामले में एक लिखित शिकायत उसी पंचायत के बिन्द बहुआरा निवासी चन्द्रशेखर प्रसाद ने दिया है. कहा है कि उनके पुत्र से आवास सहायक प्रथम किस्त की राशि में 20 हजार रुपया मांग रहे है.  आवेदक ने ही अपने आवेदन के साथ साथ बीडीओ को प्रमाण के तौर पर बातचित का कॉल रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई है. आवेदक ने बीडीओ से अपने स्तर से जांच कर दोषी पर कार्रवाई की गुहार लगाई है.

आवास सहायक ने कहा दुसरी, तीसरी किस्त में देना होगा पांच हजार

वायरल आडियो में लाभुक जब आवाज सहायक से रुपए क्यों देने है पूछता है तो आवाज सहायक भी बड़ी निर्लज्जता से कहता है कि देना पड़ता है. खर्चा है, उसका भी मेहनत है यह भी कहता है की दूसरी और तीसरी किस्त में भी ढाई, ढाई हजार रुपया देना होगा. आवास सहायक लाभूक पर यह अहसान भी जताता है की लिस्ट में काफी नीचे नाम था, वह नही लगता तो दो तीन साल बाद नम्बर आता. लाभुक को कहता है की वह मिलने वाली कूल राशि में वह पूरा एक लाख से मतलब रखे. बाकी का बीस हजार उसे ऑफिस खर्च में दे देना होगा. योजना में उसे मनरेगा से मजदूरी का 18 हजार के रुप में मिलेगा जिससे वह भरपाई कर लेग.

पेमेंट फस्ट करादेले बानी, एमे आफिस खर्चा 15 हजार भेजवा दी

आवास सहायक लाभुक के पुत्र को फोन करता है और आवास का प्रथम किस्त भेज देने की जानकारी दी. इसी के साथ क्या कहा वायरल आडियों के अनुसार सुनिए – फस्ट एस्टालमेंट 40 करवा देले बानी, ऊ जवन कहे के मतलब बा की ऑफिस के खर्चा बा कह दी की राउर पापा जी से करवा देवे के. लाभुक का पुत्र पूछता है कितना तो साफ साफ कहता है सब ले दे के 15 पड़ी. जब लाभुक पूछता है कि कौन हिसाब से तो कहता है कि कहता है की खर्चा ना लागेगा. एकरा बाद दूसरका तीसरका भी नु भेजवावे ला बा. खर्चा लागेगा एमें अइला गइला के मेहनत बा, दौड़ धूप बा, आपनों ला त$ कुछ बाचेके चाही की ना.

क्या कहते हैं बीडीओ

इस मामले में मढौरा बीडीओ सुजीत कुमार ने बताया कि
आवेदन के साथ उन्हे एक कॉल रिकॉर्ड भी उपलब्ध कराया गया है. कॉल रिकॉर्ड किसका है, किससे बातचीत हो रही है यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. आवास योजना का लाभूक भी यहा उपलब्ध नहीं है. हालांकि मामला गंभीर है और इसकी जांच के लिए प्रखंड स्तर पर तीन सदस्यीय एक जांच टीम गठित की गई है. टीम से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है. मामले में अगर आवास सहायक संलिप्तता या गलती स्पष्ट होती है तो आवास सहायक पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

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