CHHAPRA DESK- सारण में जहरीली शराब कांड मामले में मास्टरमाइंड डॉक्टर की संलिप्तता सामने आई है, जोकि होम्योपैथिक दवाओं से शराब का निर्माण करता था और उसे अपने सहयोगी और वेंडरों के माध्यम से जिले के कोने कोने तक पहुंचाता था. खास बात यह है कि सारण समेत सिवान में हुई जहरीली शराब से मौतों का जिम्मेवार भी यही डॉक्टर है.
सारण एसपी संतोष कुमार ने इस बड़ी उपलब्धि पर प्रेस वार्ता के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी है. एसपी ने बताया कि जहरीली शराब कांड मामले का मास्टरमाइंड जलालपुर थाना क्षेत्र के नूननगर काही गांव निवासी राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर है. जिसके साथ उसके सहयोगी इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला गांव निवासी संजय महतो, अर्जुन महतो, मढौरा थाना क्षेत्र के तकिना गांव निवासी शैलेंद्र राय एवं खैरा थाना क्षेत्र के धूप नगर धोबवल गांव निवासी सोनू कुमार गिरी शामिल है.
एसपी ने बताया कि राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर हरियाणा में अपना क्लीनिक चला कर स्प्रिट और होम्योपैथी दवा से इलाज करता था. जहां उसको होम्योपैथिक दवा और अन्य रसायन मिलाकर शराब बनाने की जानकारी हो गई और उसके द्वारा उसी धंधे को आकर छपरा जिले में वर्षों से चलाया जा रहा था. उसके द्वारा ब्रांडेड लेबल बनाकर उसे बोतल में अंग्रेजी शराब के रूप में बेचा जाता था, जो कि जहरीली शराब कांड का कारण बन गया. अब पुलिस इस धंधे में लिप्त अन्य कारोबारियों की तलाश में जुटी है.
एसपी ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि सारण जिले के इसुआपुर थाना अंतर्गत डोइला गांव में छापेमारी कर शराब बनाने में प्रयोग किए गए भारी मात्रा में 450ml के होमियोपैथिक दवाओं के बोतल बरामद किए गए हैं. उक्त मामले में राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इससे पूर्व भी इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.