सोनपुर में 8 मई को सूर्यदेव व शनिदेव के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर बहेगी धर्म की गंगा ; एक मई से 8 मई तक जुटेंगे साधु, संत, महात्मा व धर्माचार्य

Chhapra Desk – बिहार के प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर पौराणिक व आध्यात्मिक नगरी में 1 मई से 8 मई तक साधु, संत, महात्मा एवं धर्माचार्यों का जुटान शुरू हो जाएगा और सूर्यदेव व शनिदेव का प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा. सोनपुर, जहां हरि और हर जो एक साथ बसते हैं. उसका पौराणिक इतिहास भी सदियों पुराना हैऋ यहां नारायणी नदी तट पर स्थित दक्षिणेश्वरी काली मंदिर स्थापित है. यहां के लोक सेवा आश्रम के ख्याति भी किसी से छुपी नहीं. यहां तपस्वी संत विष्णु दास, उदासीन मौनी बाबा रहते हैं.

उनकी खासियत ही ऐसी है कि आने वाले हर व्यक्ति उनका मुरीद हो जाता है. उन्हीं के संरक्षण में आश्रम परिसर में नवनिर्मित सूर्यदेव और शनिदेव का मंदिर अपनी भव्यता के कारण लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है उसमें विधि विधान से पूजा के बाद मूर्ति स्थापित की जाएगी. इस मंदिर को दक्षिण भारत के कुशल शिल्पकारों ने मूर्त रुप दिया है. इसमें स्थापत्य कला की बेहद आकर्षक झलक मिलती है. इन मंदिरों में दोनों मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर परिसर को अभी से ही आकर्षक लुक दिया जा रहा है.

इसे सजाने और संवारने का काम अंतिम चरण पर है. यह कार्यक्रम 1 मई से शुरू हो जाएगा जो 9 दिनों तक लगातार यानी 6 मई को कलश यात्रा व 8 मई को प्राण प्रतिष्ठा हवन एवं पूर्णहुति के साथ संपन्न होगा. इस दौरान पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भागवत कथा का रसपान सांध्यकालीन करेंगे वही रांची विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी व्याख्या प्रोफेसर जीबी पांडे मानस पर सरर्गाभीरत बातें रखेंगे. यहां बताएंगे कि मानस पढ़ना क्यों जरूरी है.

 

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