स्कूली बच्चों व महिलाओं के बीच आयरन की गुलाबी व लाल गोलियों का होगा वितरण ; आरोग्य दिवस पर आशा कार्यकर्ताओं को दवा बांटने की जिम्मेदारी

Chhapra Desk – कोरोना संक्रमण ने भले ही स्वास्थ्य सेवाओं की गति धीमी कर दी हो लेकिन संक्रमण के अलावा अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को भी जारी रखा गया. जिसमें कुपोषण व एनीमिया मुक्त भारत बनाने के लिए चलाये जाने वाला अभियान भी शामिल है. इस अभियान के तहत जिले के पात्र लाभुकों के बीच आयरन फॉलिक एसिड (आईएफए) की गोलियां व सीरप का वितरण किया जाता है. जिसको एक बार फिर से सुदृढ़ करने की दिशा में काम किया जा रहा है. इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को पत्र भेज कर लंबित अधियाचना बिहार चिकित्सा सेवा एवं इंफ्रास्ट्रक्चर निगम लिमिटेड (बीएमएसईसीएल) को भेजने का दिशा-निर्देश दिया है. ताकि, पात्र लाभुकों के बीच फिर से आयरन की गोलियां और सीरप का वितरण सुनिश्चित किया जा सके.

बुधवार व गुरुवार को स्कूलों में सुनिश्चित होगा गुलाबी गोलियों का अनुपूरण

कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि स्कूलों में आईएफए की गुलाबी गोलियों की उपलब्धता और वितरण प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। जो प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर आईएफए की गुलाबी गोलियों की आवश्यकता का आकलन कर ससमय विद्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही, ये भी सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक बुधवार व गुरुवार को विद्यालय के माध्यम से गुलाबी गोली का अनुपूरण काराया जाये. वहीं गृहभ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता सप्ताह में एक बार (बुधवार) को 5 से 9 वर्ष के विद्यालय ना जाने वाले बच्चों को गुलाबी गोली का अनुपूरण करवाना सुनिश्चित करेंगी. उन्मुखीकरण के बाद आशा कार्यकर्ताओं को 6 से 59 माह के बच्चों को ऑटो डिस्पेंसर के द्वारा आईएफए सीरप का अनुपूरण भी कराना है.

बच्चों के लिए छह माह के लिए दी जाएगी आयरन सीरप की बोतल

इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सप्ताह में दो बार बुधवार व शनिवार को लाभुक माताओं को दिखाएगी एवं एक बोतल (छ: माह के लिए) बांटेंगी. वहीं आशा के द्वारा वीएचएसएनडी सत्र स्तर पर (प्रत्येक सप्ताह एक गोली) 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयुवर्ग की महिलाओं को (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) आयरन की लाल गोली का अनुपूरण करवाना सुनिश्चित किया जाएगा. साथ ही, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आशा की मांग के अनुसार आयरन सीरप एवं लाल गोलियां की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे.

आशा कार्यकर्ताओं का किया जायेगा उन्मुखीकरण

जारी आदेश के अनुसार दवाओं का अनुपूरण कराया जाएगा. उसके बाद जिले में अभियान चला कर दवाओं का वितरण किया जाएगा। इसके पूर्व सभी आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया जाएगा. जिसमें उनको 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयुवर्ग की महिलाओं को (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) भी सप्ताहिक आवरण फोलिक एसिड अनुपूरण के तहत आयरन की लाल गोली के अनुपूरण पर जानकारी दी जाएगी. उन्मुखीकरण के बाद आशा की ये जिम्मेदारी होगी की वीएचएसएनडी सत्र के दौरान 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयुवर्ग की महिलाओं (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) को साप्ताहिक आयरन फॉलिड एसिड लाल गोली अनुपूरण के संबंध में जागरूक करेंगी.

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