हलचल विशेष : छपरा के गड़खा में दुश्मनी ऐसी कि दलित के शव यात्रा को गांव से होकर गुजरने नहीं दिया ; 24 घंटे तक गांव में ही पड़ी रही लाश

Chhapra Desk – छपरा जिले के गड़खा थाना क्षेत्र से एक बहुत ही शर्मनाक खबर सामने आ रही है, जहां दुश्मनी में गांव वालों ने दलित व्यक्ति के एक शव को गांव से होकर गुजरने नहीं दिया. जिसके कारण उसकी लाश दलित बस्ती में 24 घंटे तक पड़ी रही और अंतत: दलित बस्ती के लोगों के द्वारा जिला प्रशासन से शव का दाह संस्कार कराए जाने को लेकर गुहार लगाई है. मामला गड़खा प्रखंड के नारायणपुर गांव स्थित दलित बस्ती का है. वहां के लोगों ने रास्ते के विवाद में मारपीट होने पर बगल के बस्ती के लोगों पर एससी-एसटी का केस दर्ज कराया था. उसके बाद विवाद बढ़ गया. इस बीच बीते दिन दलित बस्ती के एक वृद्ध किशुन राम की मौत हो गई.

लिहाजा आरोपित लोगों ने बस्ती के लोगों के साथ मिलकर शव यात्रा को गांव से होकर नहीं ले जाने दिया और रास्ते को बांस-बल्ला से घेर दिया. जिसके परिणाम स्वरूप मृतक के परिजनों एवं दलित बस्ती के लोगों के द्वारा इस बात की शिकायत डीएम समेत स्थानीय गड़खा विधायक से शिकायत की गई. जबकि 12 घंटे बीतने के बाद भी कुछ नहीं हो सका. जिसके बाद गांव में तनाव बढ़ते देख डीएम के हस्तक्षेप के बाद शव को घर से निकालकर श्माशान घाट ले जाया गया.


24 घंटे के बाद हुआ शव का हुआ दाह-संस्कार

बताते चलें कि उस गांव के ग्रामीण उनके उपर एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के कारण खासे नाराज थे और शव यात्रा को भी रोक रखा था. जिस पर महादलित बस्ती के लोगों ने गड़खा थाना और सीओ से भी गुहार लगायी. जब उचित कार्रवाई नहीं हुई तो दलित बस्ती के लोगों ने सारण जिलाधिकारी राजेश मीणा एवं सदर एसडीएम अरूण कुमार सिंह से मोबाइल पर शिकायत की. इसके बाद स्थानीय पुलिस व अंचलाधिकारी हड़कत में आये और दूसरे दिन यानि कि 24 घंटे बाद महादलित बस्ती से शव यात्रा को निकलवाया गया. जिसके बाद परिजन शव का दाह-संस्कार कर सके.

दलित बस्ती में रास्ता को लेकर हुई मारपीट में केस दर्ज

नारायणपुर महादलित बस्ती के करीब सात माह से रास्ता को लेकर विवाद चल रहा है. गांव के आस-पास के बस्ती के लोगों ने दलितों का रास्ता रोक दिया है. इसको लेकर 23 सितम्बर 2021 को मारपीट हुई थी. जिसमें करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए थे. जिसका गड़खा थाना में अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत केस संख्या 656 दिनांक 23 सितंबर 2021 दर्ज है. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया तथा  नौ आरोपी व्यवहार न्यायालय में समर्पन कर दिये. जेल से छूटने के बाद सभी आरोपी आक्रोशित होकर महादलित बस्ती के चारो तरफ का रास्ता पूरी तरह से रोक दिये हैं. जिसको लेकर विवाद गहराया हुआ है. और बात शव यात्रा तक को रोके जाने तक पहुंच गई.

 

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