CHHAPRA DESK – सारण में बालू माफियाओं के दुस्साहस का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि छपरा-आरा पुल पर बालू माफियाओं ने ट्रक से एक पुलिसकर्मी को रौंद दिया. जिससे उसकी मौत पीएमसीएच ले जाने के दौरान रास्ते में हुई है. छपरा-आरा पुल पर 6 महीने में यह तीसरी बार पुलिसकर्मियों को ट्रक से मौत के घाट उतारने का प्रयास किया गया है. इससे पूर्व दो पुलिसकर्मी ट्रक की चपेट में आने से घायल हुए थे. जिनमें से एक पुलिसकर्मी को अपनी एक पैर कटवानी पड़ गई. जबकि दूसरा लंबे इलाज के बाद स्वस्थ है. मृत पुलिस कर्मी जिले के मढौरा थाना क्षेत्र के मोथहा रामपुर गांव निवासी स्वर्गीय सभापति गिरी का 55 वर्षीय पुत्र बिहारी गिरी (BHG-3304) बताया गया है.
वह होमगार्ड का जवान डोरीगंज थाना में पदस्थापित थे. बताया जाता है कि बीती रात उसकी ड्यूटी डोरीगंज थाना अंतर्गत छपरा-आरा पुल पर यातायात व्यवस्था में लगी थी. जहां ब लछ लदे ट्रक ने उसके उपर ही ट्रक चढ़ा दिया. यह घटना देख अन्य पुलिसकर्मी वहां से भागने लगे. इतनी देर में चालक ट्रक लेकर भाग निकलने में सफल रहा. जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों के द्वारा गंभीर रूप से जख्मी होमगार्ड के जवान को उठाकर छपरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर चिकित्सा के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया है. लेकिन पीएमसीएच ले जाने के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई.
3 महीने पहले एक पुलिसकर्मी को गंवानी पड़ी अपनी एक पैर
बता दें कि उसी छपरा-आरा पुल पर तीन महीने पहले ड्यूटी कर रहे मढौरा थाना क्षेत्र के एक सिपाही सुदामा प्रसाद को भी ट्रक वाले ने कुचलने का प्रयास किया था. जिसके बाद उन्हें छपरा सदर अस्पताल से पीएमसीएच रेफर किए जाने के दौरान उन्हें अपना एक पैर गंवाना पड़ गया था. आज वह अपाहिज की जिंदगी जी रहे हैं. वही 5 महीने पहले भी छपरा शहर के नगर थाना अंतर्गत छोटा तेलपा निवासी ईश्वर प्रसाद को भी उसी छपरा-आरा पुल पर बालू माफियाओं ने ट्रक से कुचलने का प्रयास किया था जो कि लंबी उपचार के बाद ठीक हो सके हैं.