Chhapra Desk – सरकार लाख प्रयास कर ले लेकिन मानव तस्करी का मामला रूकने का नाम नहीं ले रहा है और लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. बीते दिन भी एक मामला आया था, जिसमें क्राइम ब्रांच दिल्ली की टीम लगी हुई थी. इस बार मामला 7 बाल मजदूरों को लेकर चर्चा में आया है.जिन्हें ठेकेदार के द्वारा बाल मजदूरी कराने के लिए अन्य प्रदेशों में ले जाया जा रहा था.
छपरा जंक्शन से चार बाल मजदूरों को किया गया बरामद
छपरा जंक्शन से बरामद 4 बाल मजदूर खगड़िया जिले के रहने वाले हैं. जिन्हें गांव के ही सिंटू ठेकेदार के द्वारा राजस्थान में मजदूरी कराने के लिए ले जाया जा रहा था. सभी को अवध आसाम एक्सप्रेस ट्रेन से छपरा जंक्शन पर रेलवे चाइल्ड लाइन के कोऑर्डिनेटर घनश्याम भगत एवं आरपीएफ इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिंह के संयुक्त प्रयास में बरामद किया गया है.हालांकि ठेकेदार ट्रेन से बच निकलने में सफल रहा है.
सोनपुर जंक्शन पर बरामद किए गए 3 बाल मजदूर
अवध आसाम एक्सप्रेस ट्रेन से ही सोनपुर जंक्शन पर 3 बाल मजदूरों को बरामद किया गया था. जिन्हें छपरा रेलवे चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया गया है. तीनों बाल मजदूर सीतामढ़ी के रहने वाले हैं, जिन्हें सीतामढ़ी के ठेकेदार दर्शन साह के द्वारा दिल्ली मजदूरी कराने के लिए ले जाया जा रहा था.
जांच के लिए बचपन बचाओ आंदोलन की टीम पटना से पहुंची छपरा
मानव तस्करी के लिए ले जाये जा रहे 7 बच्चों की सूचना के बाद बचपन बचाओ आंदोलन के कोऑर्डिनेटर अरजीत अधिकारी टीम के साथ छपरा पहुंचे. जहां उनके द्वारा इस मामले में जांच के उपरांत आरपीएफ एवं जीआरपी को प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया गया है. उन्होंने बताया कि मानव तस्करी के तहत सातों बाल मजदूरों को अन्य प्रदेशों में बाल मजदूरी कराने के लिए ले जाया जा रहा था. जिस पर कार्रवाई की जा रही है.