CHHAPRA DESK – छपरा सर में जिला प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी अतिक्रमण पर लगाम नहीं लग पा रहा है. प्रशासन सख्ती बरतते हुए अतिक्रमणकारियों पर जुर्माना लगाने के साथ जेसीबी लगाकर उनके अतिक्रमण को तोड़ देता है, लेकिन कुछ दिन बीतने के बाद फिर धीरे-धीरे अतिक्रमण इस कदर बढ़ जाता है कि शहर के चौक-चौराहों पर फुटपाथी दुकानदारों का जमघट सा लग जाता है. जिसके कारण आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है.
उसी क्रम में सारण डीएम के निर्देश पर सदर एसडीओ संजय कुमार राय के द्वारा आज छपरा शहर के नगर थाना चौक से साहेबगंज तक रोड किनारे लगाए गये फुटपाथी दुकानाें को हटाया गया. मौके पर अफसर के साथ काफी संख्या में जवान तैनात थे. दुकानों को तोड़ दिया गया और सामान को जब्त कर ली गई. इसमें नगर थाना की पुलिस भी शामिल थी. यहां बता दें कि पूर्व में दर्जनों बार यह अभियान चलाया जा चुका है लेकिन फिर से दुकानें सज जाती है.
शहर में नहीं है वेंडिंग जोन
छपरा शहर में फुटपाथी दुकानदारों के लिए स्थायी वेंडिंग जोन का प्रबंध आजतक नगर निगम और जिला प्रशासन नहीं कर पाया है. जिसके कारण फुटपाथी दुकानदार और ठेले खोमचे वाले चौक-चौराहों एवं बाजार में यत्र-तत्र अपनी दुकान सजाकर जीविकोपार्जन करते हैं.
शहर के मुख्य बाजारों में पार्किंग जोन का नहीं होना भी जाम का कारण
छपरा शहर में ना तो वेंडर जोन की व्यवस्था है और ना ही सभी बाजारों में पार्किंग जोन की व्यवस्था है. जिसके कारण बाजार करने वाले लोग दोपहिया और चार पहिया वाहन सड़क किनारे पार्क करते हैं. जिसके कारण जाम की समस्या विकट हो जा रही है. शहर में फुटपाथी दुकानों के लिए पार्किंग और वाहन स्टैंड की व्यवस्था नहीं होना जक बड़घ समस्या है. इसके लिए प्रशासन पिछले पांच से छह साल से प्रशासनिक स्तर पर कागजी घोड़ा दौड़ लगा रहा है.
शहर में अतिक्रमण और जाम एक सिस्टम की जकड़न बन चुकी है. पिछले पांच सालों से फाइलों में यह योजना दौड़ लगाकर दम तोड़ चुकी है. इसके लिए करीब डेढ़ करोड़ की राशि से वेंडिंग जोन बनाने के लिए जमीन चिन्हित किया गया लेकिन निर्माण के साथ ही काम रुक गया. लिहाजा फुटपाथों पर जीवन गुजर बसर करना और जीवकोपार्जन करना उनकी भी मजबूरी बन गई है.