8 सितम्बर को ईट भट्ठा संचालक छपरा शहर में करेंगे धरना प्रदर्शन

8 सितम्बर को ईट भट्ठा संचालक छपरा शहर में करेंगे धरना प्रदर्शन

CHHAPRA DESK – सारण जिले के मशरक प्रखंड ईट निर्माता संघ की शुक्रवार को आयोजित बैठक में 8 सितंबर को जिला मुख्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया गया।बैठक की अध्यक्षता सीबीएफ ईट चिमनी के युगुल किशोर सिंह ने किया.  प्रखंड संघ की हुई बैठक में सारण जिला ईंट निर्माता संघ के अध्यक्ष अभय बाबा और उपाध्यक्ष पप्पू सिंह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. उन्होंने बैठक में सरकार की ओर से लाल ईट पर लगाए गए प्रतिबंध एवं जीएसटी में अचानक हुई बढ़ोतरी पर चिंता जताई.

बैठक में मशरक प्रखंड क्षेत्र के ईट-भट्ठा संचालक सीबीएफ के युगल किशोर सिंह,भगत ईट के सत्येन्द्र चौरसिया, सुनील चौरसिया,एचबीएफ के कन्हैया राय,एसपीएस के प्रमोद सिंह,राज के सीताराम सिंह, आरबीआई ईट के सुरेन्द्र सिंह,एलएसए ईट के अनील सिंह बीएस ईट के प्रवीण सिंह समेत दर्जनों लोग शामिल हुए.  बैठक के दौरान विभिन्न मांगों को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की गई.

इस मौके पर सारण जिला ईट चिमनी संघ के जिलाध्यक्ष अभय बाबा ने कहा कि कोयले की कीमत में हुई वृद्धि के कारण ईंट बनाने में जो लागत राशि लगती है, वह भी हमें नहीं मिल पा रही है, जिसके कारण हमारी स्थिति बद से बदतर हो चली है.  इतना ही नहीं सरकार ने एक पर्सेंट जीएसटी की जगह 6 पर्सेंट जीएसटी लगा दिया है. ऐसे में हमें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. यही वजह है कि आगामी 8 सितंबर को सारण जिला मुख्यालय के म्युनसपल चौक पर धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया है. वही बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर भी धरना प्रदर्शन दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने बड़ी योजनाओं में लाल ईंट को प्रतिबंधित कर दिया गया है. हमारे ग्राहक भी निम्न व मध्यम वर्ग के लोग हैं, जो जीएसटी देकर ईट की खरीदारी नहीं करना चाहते। ऐसे में ईट भट्ठा बंद होने के कगार पर हैं. ईट भट्ठा एक तरह से मजदूरों को रोजगार देता है. जिससे उनका जीवन यापन होता है. ऐसे में अगर ईट भट्ठा बंद हो जाएगा, तो मजदूर भी बेरोजगार हो जाएंगे. दूसरी हमारी मांग है कि 6 पर्सेंट जीएसटी को घटाकर एक पर्सेंट किया जाए. इसके अलावा ईंट उत्पादन लागत का जो मूल्य है, वह 4 गुना बढ़ गया है.

लेकिन विगत 7 वर्षों में सरकार ने ईट का रेट नहीं बढ़ाया है. इसलिए वस्तुस्थिति को देखते हुए ईंट के मूल्य में बढ़ोतरी की जाए ताकि हमारा भी रोजगार चल सके. साथ ही कोयले की बढ़ी कीमत को भी नियंत्रित किया जाए. मशरक प्रखंड ईट चिमनी व्यवसायी के प्रखंड अध्यक्ष युगुल किशोर सिंह ने कहा कि आज हमलोगों के समक्ष कई समस्याएं हैं. जीएसटी में वृद्धि के कारण हमारा व्यवसाय चौपट हो रहा है. इन तमाम समस्याओं को लेकर आगामी 8 सितंबर को सारण जिला मुख्यालय के म्युनसपल चौक पर धरना-प्रदर्शन दिया जाएगा. हम सरकार से मांग करते हैं कि हमारी समस्याओं को अविलंब दूर किया जाए.

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