CHHAPRA DESK – बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले संविदागत एएनएम के द्वारा धरना-प्रदर्शन के अगले चरण में अब पटना की सड़कों पर प्रदर्शन किया जाएगा. पटना में 24 से 27 सितंबर तक धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. जिसमें पहले सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी कर उनका घेराव किया जाएगा. इसी क्रम क्रम में आज सदर अस्पताल में सिविल सर्जन कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर उनको ज्ञापन सौंपा गया. उस दौरान प्रदर्शनकारी एएनएम ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर वे लोग प्रदर्शन के अगले चरण में पटना में स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के सामने भी प्रदर्शन कर उनका घेराव करेंगी. जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तब तक वे चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाएंगी.
बता दें कि शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण की गति को बढ़ाने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 865 अरबन ए०एन०एम० संविदा पर नियुक्ति की गयी. इन सभी संविदागत ए०एन०एम० को मिलने वाले मानदेय के बजाए इन्हें राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा नियोजित संविदागत ए०एन०एम० से भी मात्र 11500 रूपया प्रति माह दिया जा रहा है. जबकि राज्य स्वास्थ्य समिति के संविदागत ए०एन०एम० को 17000 रूपया प्रति गृह राशि भुगतान हो रहा है. साथ ही उनको प्रति वर्ष वार्षिक वेतन वृद्धि का भी लाभ दिया जाता है तथा उन्हें प्राकृतिक अवकाश, उपार्जित अवकाश सहित अन्य देय अवकाश भी प्राप्त होता है.
जबकि शहरी क्षेत्रों में कार्यरत अरबन 865 ए०एन०एम० जो संविदागत रूप से नियोजित हैं उन्हें इन तमाम लाभों से वंचित रखा गया है. उनके अल्प मानदेय का पुनरीक्षण तो दूर वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ एवं अवकाशों का लाभ भी नहीं मिला. जिससे इन कर्मियों के बीच में काफी सरकार के प्रति रोष एवं क्षोभ है. बता दें कि अपनी मांगों को लेकर एएनएम के द्वारा बीते 16 सितंबर से 19 सितंबर तक कार्य बाधित करते हुए धरना-प्रदर्शन किया गया था और उनके द्वारा सीएस कार्यालय के सामने भी प्रदर्शन किया गया था.