CHHAPRA DESK – पूर्वोत्तर रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन द्वारा शहर के भगवान बाजार में एक महासभा आयोजित किया गया. जिसमे पूर्वोत्तर रेलवे के अलावा पूर्व मध्य रेलवे, केंद्र सरकार के अन्य विभागो, बिहार सरकार तथा भारत सरकार के अधीन उपक्रमो से रिटायर्ड पेंशनर्स ने भाग लिया. जिसमें भारत सरकार द्वारा संसद से पारित रिटायरमेन्ट डेट के आधार पर भेदभाव करने वाले कानून का एक सुर मे विरोध किया गया. एसोसिएशन के केन्द्रीय पदाधिकारी एस पी सिंह ने कहा कि आक्रोश को व्यक्त करने का सर्वोत्तम माध्यम सोशल मीडिया है. महामंत्री (हित) मुन्नी लाल गुप्ता ने इसे अंग्रेजो वाली फूट डालो, राज करो वाली नीति बताया. महामंत्री (संगठन) सुभाष चौधरी ने कहा कि जिस विभेद वाले अध्यादेश को सुप्रीम कोर्ट की फुल बेन्च ने खारिज किया, उसे कानून का शक्ल देना सर्वथा अनुचित है.
महामंत्री ए के कोहली ने कहा कि विरोध का शंखनाद छपरा की इस क्रान्तिकारी भूमि से हो रहा है जो सरकार को सोचने के लिए मजबूर कर देगा. भारत पेंशनर्स समाज नई दिल्ली के संयुक्त महासचिव अमिय रमण ने कहा कि सभी पेंशनर चाहे केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकार के किसी विभाग के हो, उन सबके हितो पर पेंशनर्स के बीच भेदभाव करने वाला कानून कुठाराघात है. एक ओर माननीयो का वेतन भत्ता 22 माह पहले से 24% महगाई मे वृद्धि के नाम पर संसद से पारित हो जाता है. दूसरी ओर, 10 साल के लम्बे अन्तराल के बाद वेतन आयोग से मिलने वाले थोडे से राहत पर उसी संसद से ग्रहण लगा दिया जाता है.
बिहार पेंशनर्स समाज, छपरा के ब्रजेन्द्र कुमार सिन्हा, बब्बन सिह ने कहा कि अब अन्याय को बर्दाश्त नही करेगे. आगामी चुनाव सरकार के लिए बहुत मंहगा साबित होगा. आल इण्डिया रिटायर्ड रेलवे मेन्स फेडरेशन, पूर्व मध्य रेलवे सोनपुर के प्रभुनाथ राय, सुरेश सिह, एन के पी यादव, बालेश्वर रजक, बलिया शाखा के विवेकानंद मिश्रा, बब्बन सिह तथा छपरा शाखा के डॉ एस एच अनुसार एवं अन्य विशिष्ट पदाधिकारियों ने महासभा को सम्बोधित किया, जिसमे भारी संख्या मे पेंशनर्स उपस्थित थे. संचालन शाखा मंत्री मिथिलेश कुमार सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन ओ पी पराशर ने किया.