CHHAPRA DESK – महाशिवरात्रि के अवसर पर सामान्य विधि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर आज जिलाधिकारी अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष की अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आहुत की गई. बैठक में डीम ने स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया कि किसी भी सार्वजनिक अयोजन में डीजे प्रतिबंधित रहेगा. फलस्वरूप शिव विवाह शोभायात्रा में डीजे पर नहीं भांग पीकर बारातियों को भांगड़ा करना पड़ेगा. बैठक में शांति समिति के सभी सदस्यों से एक-एक कर विगत अनुभवों के आधार पर महत्वपूर्ण सुझाव एवं फ़ीडबैक लिया गया. सभी शोभायात्रा मार्ग में बिजली के लटकते तारों को ठीक कराने एवं पर्याप्त साफ सफाई हेतु सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया.
जुलूस मार्ग में कुछ स्थलों पर वृक्षों की टहनियों की छंटाई सुनिश्चित कराया जायेगा. शोभायात्रा के आगे कुछ दूरी पर प्रशासन के स्तर से मोबाइल रोशनी की व्यवस्था की जायेगी. इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया. सभी जूलूस को प्रशासन द्वारा एस्कॉर्ट किया जायेगा. महत्वपूर्ण स्थलों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बल प्रतिनियुक्त रहेंगे. यातायात व्यवस्था को बानाये रखने हेतु आवश्यक कार्रवाई का निदेश दिया गया. शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से विद्युत आपूर्ति को बंद कर दिया जाता है.
जिन क्षेत्रों से शोभायात्रा गुजर जायेगी, उन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने हेतु आवश्यक कार्रवाई का निदेश कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति को दिया गया. शोभायात्रा के सभी मार्गों का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. आगामी होली को लेकर सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को असामाजिक तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया. इसके लिये कैम्प कोर्ट लगाकर ऐसे तत्वों के विरुद्ध बाउंड डाउन की कार्रवाई सुनिश्चित करने का स्पष्ट निदेश दिया गया. उपयुक्त मामलों में सीसीए के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव देने को कहा गया. आसूचना संकलन हेतु तत्परता से कार्रवाई करने को कहा गया.
विधि व्यवस्था को लेकर छोटी छोटी घटनाओं को भी संज्ञान में लेकर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया. बैठक में अपर समाहर्त्ता, नगर आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, पुलिस उपाधीक्षक यातायात, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी, शांति समिति के सदस्यगण तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अन्य अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी आदि जुड़े थे.