छपरा के जीवनदान हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान नस कटने से प्रसव पीड़िता की मौत के बाद परिजनों ने जमकर काटा बवाल

छपरा के जीवनदान हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान नस कटने से प्रसव पीड़िता की मौत के बाद परिजनों ने जमकर काटा बवाल

CHHAPRA DESK – सारण जिले के तरैया थाना अंतर्गत तरैया सामुदायिक भवन का अतिक्रमण कर अवैध रूप से चलाये जा रहे जीवन दान हॉस्पिटल में प्रसव कराए जाने के दौरान नस कटने से गंभीर महिला की पटना ले जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गई. जिसके बाद उक्त अस्पताल के चिकित्सक और कर्मी फरार हो गये. जिसके बाद मृत महिला के परिजनों ने वहां जमकर हंगामा शुरू कर दिया.

बताया जाता है कि तरैया प्रखंड के रामबाग स्थित जीवन दान हॉस्पिटल में प्रसव के लिए भर्ती एक गर्भवती महिला की ऑपरेशन के दौरान चिकित्सक की लापरवाही से नस कट गया, जिससे महिला की मौत हो गई. मृतका जिले के पानापुर थाना क्षेत्र के भोरहा मही निवासी अजय राम की 21 वर्षीया पत्नी आरती देवी बतायी गई है. घटना के बाद परिजनों ने शव को अस्पताल परिसर में रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया और जमकर बवाल काटा. वहीं चिकित्सक व कर्मी अस्पताल में ताला लगाकर स्थल से फरार हो गये.

 

मृत महिला की माता सिवान जिले के भगवानपुर थाना के सुल्तानपुर निवासी मंजू देवी ने बताया कि उसकी पुत्री की शादी 10 माह पूर्व हुई थी. उसकी पुत्री गर्भवती थी. प्रसव के लिए तरैया के रामबाग के जीवन दान हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. भर्ती लेने के समय चिकित्सक ने कहा की नॉर्मल डिलेवरी होगी और 15 हजार रुपया जमा करवा लिया. फिर कुछ देर बाद बोला की मिनी ऑपरेशन करना पड़ेगा, नही तो बच्चा सुरक्षित नहीं रहेगा. जिसके बाद चिकित्सक के द्वारा ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद महिला के शरीर से ब्लीडिंग ज्यादा होने लगा तो चिकित्सक बोला की हमलोगो का पटना में भी हॉस्पिटल है.

मरीज को वहां ले जाना पड़ेगा. फिर परिजन चिकित्सक के साथ रोगी को पटना ले गये. जहां उसकी मौत हो गई. उसके बाद चिकित्सक शव और परिजन को छोड़कर गायब हो गये. वहीं जब परिजन शव लेकर तरैया के रामबाग जीवन दान हॉस्पिटल पहुंचे तो अस्पताल में कोई रोगी नही था और चिकित्सक ताला बंद कर फरार हो गया था. मृतका के परिजनों ने दावा किया है कि चिकित्सक ऑपरेशन के दौरान नस काट दिया था, जिससे लगातार ब्लीडिंग होने के कारण महिला की मौत हो गई है. ज्ञातव्य हो की तरैया में दो दर्जन से अधिक अवैध नर्सिंग होम संचालित होते है.

जहां ऐसी घटनाए आम बात है. आय दिन किसी न किसी नसिंग होम में कोई महिला मरती रहती है और अस्पताल प्रबंधन के दबंग लोग शव का चार से पांच लाख में सौदा कर मामला का रफा दफा कर देते है और प्रशासन भी दर्शक बनी रहती है. रेफरल अस्पताल तरैया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रीनाथ प्रसाद ने बताया कि तरैया में 26 अवैध नर्सिंग होम हैं. जिसकी सूची करवाई के लिए सारण सिविल सर्जन को भेज दी गई है.

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