15 अगस्त को मढौरा चीनी मिल को पुनः चालू करने की मांग को लेकर पटना तक होगा पैदल मार्च ; पटना में होगा धरना प्रदर्शन

15 अगस्त को मढौरा चीनी मिल को पुनः चालू करने की मांग को लेकर पटना तक होगा पैदल मार्च ; पटना में होगा धरना प्रदर्शन

CHHAPRA DESK-  सारण जिले का एशिया प्रसिद्ध मढ़ौरा चीनी मिल को पुनः स्थापित करने की मांग को लेकर पटना के लिए जन क्रांति मार्च 15 अगस्त को बंद चीनी मिल के मैदान से निकलेगी.

मानव क्रांति जनआंदोलन के गैर राजनीतिक मंच द्वारा मढ़ौरा चीनी मिल के प्रांगण से पटना तक के लिए पदयात्रा 15 अगस्त को पूर्वाह्न 10:00 बजे से प्रारंभ होगी. जो पटना के गर्दनीबाग में पहुंच धरना स्थल पर पहुंच अनिश्चितकाल तक धरना कार्यक्रम आयोजित करेगी. इसकी जानकारी मानव क्रांति जनआंदोलन के संयोजक वीर आदित्य, सह संयोजक- बसंत सिंह राजपूत, अली असगर ज़ुर्रत, अतुल प्रताप सिंह, दिलीप साह, अभिमन्यु मेहरा और अन्य ने दी है. युवा टीम ने क्षेत्र में इसको लेकर लोगों को पटना चलने के लिए आह्वान किया है. बजाप्ता इसके लिए मढ़ौरा और आसपास के क्षेत्रों में माइकिंग से लोगों को जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

पिछले ढाई दशक से मिल बंद हो जाने के बाद इतिहास में पहली बार सारण जिले के मढ़ौरा चीनी मिल को चालू करने के लिए इस तरह का आंदोलन पहली बार हो रहा है. जबकि मिल अंतिम रूप से 1996 के बाद पूर्णतः बंद हो गया. तब से गाहे बगाहे मीडिया में बाते तो उछली लेकिन धरातल पर पहली बार आंदोलन हो रहा. जबकि रह-रह कर पक्ष और विपक्ष दोनों इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक फायदा उठाते रहते हैं. बता दे कि मढ़ौरा में ब्रिटिश काल से स्थापित चार मिलें नब्बे के दशक के समाप्ति तक धीरे धीरे बंद हो गए और मढ़ौरा की बेरोजगारी और बदहाली की कहानी का पटकथा शुरू हो गया.

अब चीनी मिल को छोड़ सभी मिलों के जमीन भूमाफियाओं ने धीरे धीरे खरीद बिक्री कर दिया है. जबकि मढौरा चीनी मिल की जमीन मढ़ौरा, तरैया, सोनहो, परसा, आरणा आदि जगहों पर लगभग छः सौ एकड़ पर भी अब अबैध कब्जाधारियों का धीरे धीरे कब्जा होता जा रहा है.

Loading

E-paper