GAYA D3SK – साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ की दिल्ली प्रदेश इकाई द्वारा शब्दाक्षर के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविप्रताप सिंह के मार्ग दर्शन तथा कवयित्री चंचल हरेन्द्र वशिष्ठ की अध्यक्षता में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी के अध्यक्ष सुधाकर पाठक तथा विशिष्ट अतिथि शब्दाक्षर दिल्ली की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संतोष संप्रीति एवं शब्दाक्षर महाराष्ट्र की पदाधिकारी मीनाक्षी शर्मा की उपस्थिति रही.

कार्यक्रम का संयोजन शब्दाक्षर दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार प्रताप गढ़िया ने तथा संचालन शब्दाक्षर दिल्ली प्रदेश साहित्य मंत्री डॉ स्मृति कुलश्रेष्ठ व प्रदेश अर्थ मंत्री डॉ अम्बिका मोदी ने किया. कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष वशिष्ठ द्वारा प्रस्तुत सुमधुर सरस्वती वंदना तथा आमंत्रित अतिथियों द्वारा सामूहिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ.

शब्दाक्षर की राष्ट्रीय प्रवक्ता-सह-प्रसारण प्रभारी डॉ रश्मि प्रियदर्शनी ने बतया कि शब्दाक्षर दिल्ली द्वारा आयोजित इस तृतीय जमीनी कवि सम्मेलन में मंचासीन अतिथियों एवं पदाधिकारियों के अलावा आमंत्रित कवि-कवयित्रियों में प्रज्ञा गोयल, श्रीकांत उपाध्याय, रचना निर्मल, कृष्णा राजपुरोहित, डॉ सत्यम भास्कर, संगीता गुलाटी, मधु अरोड़ा, विश्वामित्रा मानव, सुशील शैली एवं एकता सिंह आदि ने दुष्कर्म, बेरोजगारी, भ्रूण हत्या, किन्नर व्यथा जैसे विभिन्न समसामयिक विषयों पर भावपूर्ण रचनाएं सुनायी.

राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ रश्मि प्रियदर्शनी ने शब्दाक्षर की साहित्यिक सक्रियता की प्रशंसा करते हुए कहा कि शब्दाक्षर दिल्ली के आयोजन से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह के कुशल दिग्दर्शन तथा शब्दाक्षर तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष केवल कोठारी की अध्यक्षता में शब्दाक्षर महाराष्ट्र की प्रादेशिक इकाई द्वारा भी अति प्रशंसनीय ऑनलाइन मासिक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें रवि प्रताप सिंह, केवल कोठारी, कार्यक्रम संयोजिका डॉ कनक लता तिवारी, महावीर सिंह वीर, ज्योति नारायण, अजय मदहोश, डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, डॉ स्मृति कुलश्रेष्ठ, सीमा त्रिवेदी, राजकुमार महोबिया, वंदना चौधरी, संजय जैन, राहुल सिंह ओज, शिल्पी भटनागर, सत्यभामा सिंह, अन्नपूर्णा गुप्ता, सविता बांगड़, धैर्य जैन एवं संजय जैन आदि की प्रस्तुतियों ने खूब वाहवाहियां बटोरी.

वहीं साहित्यानुरागी श्रोताओं ने भरपूर लुत्फ़ उठाया. राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने अपने लिखित संदेश में शब्दाक्षर दिल्ली तथा शब्दाक्षर महाराष्ट्र के सभी पदाधिकारियों को कवि सम्मेलनों के सफल आयोजन हेतु हार्दिक धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि आज शब्दाक्षर का साहित्यिक परचम देश भर में लहरा रहा है, जिसका श्रेय संस्था के पदाधिकारियों के समर्पित सहयोग को जाता है.

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