CHHAPRA DESK – शिक्षा व्यवस्था में अनियमियतता को लेकर राजेंद्र महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर छात्रों ने जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति, परीक्षा नियंत्रक सहित विश्वविद्यालय प्रशासन का पुतला फूंककर आक्रोश जताया. उस दौरान छात्रों ने जमकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. उक्त मौके पर छात्र नेता गुलशन कुमार ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय में छात्रों का भविष्य अपराधियों की तरह फांसी के फंदे पर लटका हुआ है. जहां आधुनिक युग में कम से कम समय में कौशल विकास कर अपने को मजबूत करने के लिए छात्र संघर्षरत हैं.
वही जेपी यूनिवर्सिटी के कुलपति छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. वहीं अध्ययनरत छात्र शिवम कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में सत्र 2 से 3 साल विलंब चल रहे हैं. जिनमें स्नातक सत्र 2019-2022 जिसका पार्ट 2 का परीक्षा हुए 4 महीने से अधिक हो गए हैं लेकिन अभी तक परिणाम जारी नहीं हुआ है. जिसकी वजह से पार्ट 3 का परीक्षा भी आयोजित नहीं हो पा रही है. यह सत्र लगभग 2 साल विलंब से चल रहा है.
वही शुभंकर कुमार ने कहा कि सत्र 2020 -2023 जिसका अभी तक केवल पार्ट 1 का परिणाम जारी हुआ जिसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है. विश्वविद्यालय द्वारा यह सत्र भी 2 साल विलंब है. इस सत्र का मार्कशीट भी अभी सभी जगह नहीं मिल रहा है. सत्र 21-24 भी विलंब चल रहा है. उसका अभी परीक्षा लेने की तैयारी है जो बहुत पहले हो जाना चाहिए था. यह सत्र भी विलंब चल रहा है.
वही पीजी के छात्रों ने कहा कि पीजी सत्र 18-20 और 19 -21 भी दो से तीन साल विलंब चल रहा है. परीक्षा बहुत पहले हुआ परिणाम अभी तक जारी नहीं हुआ है. पीजी सत्र 20-22 का भी वही हाल है इसका परीक्षा हुए 5 महीना हो चुका है और पहले सेमेस्टर का रिजल्ट जारी नहीं किया गया है. यहां पर परिणाम 6 महीने के बाद भी सही से जारी नहीं किया जाता है और अगर जारी किया भी जाता है तो बहुत सारी गड़बड़ियां होती हैं.
गलती विश्वविद्यालय करता है और छात्र सब भुगतते हैं. विश्वविद्यालय यहां के छात्रों का शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से शोषण करने का काम करता है. यहां पर केवल झूठा आश्वासन दिया जाता है लेकिन कोई सुधार नहीं होता है. छात्र सब विश्वविद्यालय में भटकते रहते हैं लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है. सभी छात्रों ने मिलकर आह्वान किया कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी मांगों को पूरा नहीं करता है तो आगे हम सभी मिलकर ईट से ईट बजाने का काम करेंगे और अनवरत लोकतांत्रिक तरीके से छात्र के मुद्दों को उठाते रहेंगे.