Gopalganj Desk – कालाजार उन्मूलन को लेकर गोपालगंज शहर के एक निजी होटल में एक दिवसीय उन्मुखीकरण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ केके मिश्र के द्वारा किया गया. जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन के एनटीडी राज्य समन्वयक डॉ राजेश पांडेय के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि जिले में प्रखंडस्तर पर कालाजार पीकेडीएल मरीजों का उपचार सुनिश्चित किया जाये. इसके साथ हीं कालाजार वीएल मरीजों को जिले के ट्रीटमेंट सेंटर में उपचार किया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि समुदाय स्तर पर कालाजार मरीजों की खोज सुनिश्चित करें और सबसे स्पलीन जांच करें. उसके बाद आरके-39 किट के माध्यम से जांच की जानी चाहिए. मरीजों को मिलने वाली सभी सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराएं.vइस प्रशिक्षण में जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीसीएम, मेडिकल ऑफिसर और केटीएस शामिल थे. प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक घर-घर कालाजार खोज कार्यक्रम की निगरानी एवं अपने प्रखंड के कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षक एवं जिला सामुदायिक उत्प्रेरक को ब्योरा उपलब्ध कराएगें. आशा कालाजार के लक्षण धागे मरीज को पीएचसी रेफर करेंगी जहां डॉक्टर मरीज की डायग्नोस्टिक करेंगे उसके बाद आर के 39 से जांच की जाती है. इन सभी कार्यवाहियों में केयर इंडिया भी सहयोग करेगा. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ केके मिश्र, डीएमओ डॉ हरेंद्र प्रसाद सिंह, डीपीएम धीरज कुमार, डब्ल्यूएचओ के राज्य समन्वयक डॉ राजेश पांडेय, केयर इंडिया डीपीओ-भीएल आनंद कश्यप समेत अन्य मौजूद थे.
कालाजार मरीजों को मिलती है प्रोत्साहन राशि
सिविल सर्जन डॉ केके मिश्र ने बताया कालाजार मरीजों को इलाज के बाद राशि दी जाती है . जिसके तहत मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना के अंतर्गत कालाजार मरीजों को इलाज के बाद 6600 रुपैया एवं भारत सरकार की तरफ से 500 रु की राशि देने का प्रावधान है. जबकि पीकेडीएल के मरीज को इलाज के बाद एकमुश्त 4000 की राशि दी जाती है.