भाजपा ने समरसता दिवस के रूप में मनाया बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का महा परिनिर्वाण दिवस

Chhapra Desk- संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के महा परिनिर्वाण दिवस को समरसता दिवस के रूप में भाजपा जिला कार्यालय में मनाया गया. कार्यक्रम में सर्वप्रथम संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई तथा दीप प्रज्वलित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. सभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को जानने और समझने के लिए उनकी लिखी पुस्तकों को पढ़ना अति आवश्यक है. उन्होंने किस कठिनाई से अपना जीवन यापन करते हुए उच्च स्थान को प्राप्त किया. भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखते हुए देश और समाज में दलितों का सम्मान बढ़े और उन्हें वांछित अधिकार मिल सके यही चाहते थे डॉक्टर अंबेडकर.

अपने विवादास्पद विचारों और गांधी और कांग्रेस की कटु आलोचना के बावजूद अंबेडकर की प्रतिष्ठा एक अद्वितीय विद्वान और विधिवेत्ता की थी. जिसके कारण जब 15 अगस्त 1947 में भारत में स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाली नई सरकार अस्तित्व में आई तो उसने अंबेडकर को देश के पहले कानून मंत्री के रूप में देश की सेवा करने के लिए आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया 29 अगस्त 1947 को अंबेडकर को स्वतंत्र भारत के नए संविधान की रचना की के लिए बनी संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया. अंबेडकर ने मसौदा तैयार करने के इस काम में अपने सहयोगियों और समकालीन प्रेक्षकों की प्रशंसा अर्जित की.

इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष राम दयाल शर्मा, जिला महामंत्री शांतनु कुमार, जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल, प्रदेश कार्य कारणी सदस्य हरि नारायण सिंह, जिला मंत्री सत्यानंद सिंह, सुपन राय, सोशल मीडिया प्रमुख नितिन राज वर्मा, नगर उपाध्यक्ष अनूप यादव, नगर अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष शत्रुघ्न चौधरी आदि उपस्थित थे.

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