संघ के कार्यों से प्रभावित रहे मशरक बीडीओ ने दिया तयागपत्र ; कर ली विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी

Chhapra Desk – सारण जिले के मशरक के प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज राय ने छपरा में अपनी सेवाओं से त्यागपत्र देकर राजनीति में कदम रख दिया है. वह उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं. मूलतः उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के भांवरकोल ब्लॉक के जोंगा-मुसाहिब के निवासी मनोज राय अपने गृह विधानसभा क्षेत्र मोहम्मदाबाद में लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं. ऐसी उम्मीद जता रहे हैं कि उन्हें भाजपा से टिकट मिल जाएगा. श्री राय ने मशरक बीडीओ रहते हुए टीकाकरण अभियान को काफी गति दी. साथ ही खंडहर परे ब्लॉक को व्यवस्तिथ करवाया, जो हमेशा याद रखा जाएगा.

39 वर्षीय मनोज मानते हैं कि शानदार कैरियर के लिए प्रशासनिक सेवा से बेहतर कुछ भी नहीं है, लेकिन उनके मन में जो समाज सेवा की ललक है वह राजनीति में आने के बाद ही पूरी हो सकती है. उन्होंने कहा कि “सहजता-सुलभता तथा स्वच्छता के साथ हर वर्ग का सम्मान और क्षेत्र का समग्र विकास” उनका मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि कि सहजता का मतलब यह है कि हर कोई बेझिझक उन तक पहुंच सके. सुलभता यह कि हर किसी की जरूरत पर उनके लिए वह स्वयं बराबर उपलब्ध रहने की कोशिश करें और स्वच्छता का यह आशय है कि वह हर कार्य विशेषकर विकास कार्यों में पूरी ईमानदारी तथा पारदर्शिता होगी.
उन्होंने बताया कि वह पूर्व से भाजपा तथा संघ से जुड़े रहे हैं. उन्होंने 2000 से 2006 तक बीएचयू में सांख्यकी में स्नातकोत्तर किया. 2000 में ही विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए. उस समय विद्यार्थी परिषद का कार्य रत्नाकर जी देख रहे थे, जो वर्तमान में गुजरात के संगठन महामंत्री हैं. बाद में उन्होने संघ से जुड़ा जो वर्तमान में आरएसएस के गुजरात मे संघ सह प्रचारक हैं.


मनोज राय ने बताया कि वह 2006 तक राजनीति में सक्रिय रहे. 2006 के बाद वह दिल्ली चले गए और संघ लोक सेवा आयोग (आइएस) की तैयारी कर रहे थे. वहां रहते हुए ही उनका राजनीति प्रेम पुनः जाएगा और वह भाजपा की राजनीति में चले आए तथा दिल्ली में ही युवा मोर्चा से जुड़ गए. उन्होंने बताया कि उस समय युवा मोर्चा में महेंद्र पांडेय हुआ करते थे वहीं अनुराग ठाकुर अध्यक्ष हुआ करते थे. प्रदेश में अशोक कटारिया हरीश द्विवेदी हुआ करते थे जिनके सानिध्य में काम करने का उन्हें मौका मिला. संगठन के प्रति समर्पण तथा कर्मठता का यह परिणाम रहा कि इन्हें भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रहे आशुतोष राय की टीम में स्थान मिला.
श्री राय के मुताबिक जब उन्हें संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में प्रयास के दौरान ही उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी जिसमें सफलता मिली और 1 नवंबर 2013 को उन्होंने बक्सर से अपनी सेवा प्रारंभ की. 29 सितंबर 2021 को उन्होंने छपरा जिले में प्रखंड विकास पदाधिकारी रहते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया.


ज्ञात हो कि श्री राय के पिता विक्रमादित्य राय समाजशास्त्र विभाग में प्रोफेसर हैं जो कि वर्तमान में वाराणसी में डीएवी पीजी कॉलेज बनारस में विभागाध्यक्ष हैं. यह कॉलेज काशी हिंदू विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक विद्यालय है. उनकी दो छोटी बहनें हैं. जिनमें एक डॉ अर्चना राय बहन की शादी चीफ साइंटिस्ट से हुई है जो कि ओएनजीसी विदेश लिमिटेड में कार्यरत हैं. जबकि बहन “प्रयास फाउंडेशन” के नाम से एक स्वयंसेवी संस्था चलाती है जो मूलत: उड़ीसा और झारखंड में अधिवासी बच्चों की शिक्षा-दीक्षा पर काम करता है. दूसरी छोटी बहन प्रियंका राय वर्तमान में बक्सर में अंचलाधिकारी हैं. वहीं पत्नी प्रियंका राय मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती हैं. मनोज राय के पिता डॉ विक्रमादित्य राय जम्मू कश्मीर के वर्तमान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के संसदीय राजनीति के काल में शुरुआती चुनाव अभियानों के संचालक रहे हैं. निश्चय ही बाल्यावस्था से ही मनोज राय का राजनीति से जुड़ाव का कारण यह भी रहा है. मनोज राय बचपन से ही संघ के स्वयंसेवक रहे हैं. ओटीसी किया है. विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं.

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