Chhapra Desk- स्वास्थ्य विभाग भी कभी अजब गजब के कारनामे कर जाता है. इस बार फिर स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक महिला के बंध्याकरण के 10 वर्ष बाद उस महिला ने एक शिशु को जन्म दिया है. जिसके बाद उसका पति अब प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा है. यह मामला सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र के सिउरी गांव से प्रकाश में आया है. 10 वर्ष पहले हुए नसबंदी के बाद भी महिला को एक बच्चा होने का मामला सामने आया है. इस मामलेे में मंगलवार को बच्चे के पिता ने थाना पुलिस और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.
इस मामलेे में सिउरी गांव निवासी मिथलेश कुमार सिंह पिता स्व सत्यदेव सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी नीतू देवी हैं और उन्हें 2 पुत्र और एक पुत्री है. उन्होंने बताया कि पत्नी का 13 जुलाई 2012 को मशरक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में परिवार नियोजन के तहत नसबंदी ऑपरेशन करवाया गया था. वहीं उसकी पत्नी 10 वर्ष के बाद फिर से गर्भवती हो गई और उसकी पत्नी ने फिर एक बेटे को जन्म दिया है. बच्चे के मां हालांकि बेटे के जन्म से खुश हैं. लेकिन पिता आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण परेशान हैं. वह गांव में मशाला बेचकर परिवार का भरण-पोषण करतें हैं. उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय है. इसलिए उनकी प्रशासन से मांग है कि उन्हें बच्चे की प़़ढाई-लिखाई के खर्च के साथ मुआवजा भी दी जाए.