10 बजे लेट नहीं 12 बजे भेंट नहीं’ : हाल छपरा सदर अस्पताल के अल्ट्रासाउंड विभाग का

Chhapra Desk –10 बजे लेट नहीं 12 बजे भेंट नहीं’ यह कहावत छपरा सदर अस्पताल के अल्ट्रासाउंड विभाग पर पूरी तरह चरितार्थ हो रहा है. अमूमन यहां 1 दिन में 20 से 25 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड किया जाता है. जबकि अब इस विभाग को एक साथ दो चिकित्सक उपलब्ध हो चुके हैं. बावजूद इसके स्थिति दयनीय बनी हुई है. आज बुधवार को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए सुबह में 8:00 बजे से मरीजों की भीड़ लगी हुई थी और करीब 2 दर्जन से अधिक मरीज अल्ट्रासाउंड के लिए बेचैन दिख रहे थे. लेकिन, अल्ट्रासाउंड विभाग में उपस्थित कर्मियों के द्वारा बताया गया कि 20 लोगों से अधिक का अल्ट्रासाउंड नहीं होगा. इससे भी दुर्भाग्यपूर्ण बात यह रही कि 11:30 तक अल्ट्रासाउंड विभाग खाली था.

कर्मचारियों के अलावा कोई भी चिकित्सक अल्ट्रासाउंड करने के लिए नहीं पहुंचा था. जबकि मरीज 8:00 बजे सुबह से परेशान दिख रहे थे. कुछ मरीजों की परेशानी इस बात को लेकर थी कि उनका अल्ट्रासाउंड पानी पीने के 1 घंटे बाद होना था. जबकि वह सुबह से ही पानी पीकर वह बैठे थे और उन्हें ऐसी स्थिति में काफी परेशानी हो रही थी. आपको बता दें कि छपरा सदर अस्पताल में पूर्व से डॉक्टर उमेश कुमार सिंह पदस्थापित रहे हैं. जिनके द्वारा मात्र 20 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड किया जाता था.

इस समस्या से निदान को लेकर रोगी कल्याण समिति की बैठक में डॉ मृणाल की भी पोस्टिंग अल्ट्रासाउंड विभाग में कर दी गई. ताकि, दोनों चिकित्सक मिलकर दिन भर मरीजों का अल्ट्रासाउंड कर सकेंगे. बावजूद इसके अल्ट्रासाउंड विभाग में कोई सुधार नहीं आया और 11:30 तक कोई चिकित्सक वहां अल्ट्रासाउंड करने के लिए मौजूद नहीं था. जिसको लेकर मरीज काफी आक्रोशित थे. मरीजों के आक्रोश को देखते हुए अस्पताल प्रशासन के द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया कि सभी का अल्ट्रासाउंड कराया जाएगा और चिकित्सक कुछ ही देर में पहुंच रहे हैं. जिसके बाद आक्रोशित मरीज शांत हुए.

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