CHHAPRA DESK – जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सामंजित कर्मियों के दिन अब शीघ्र ही बहुरेंगे. उनके बदहाली का जीवन जल्द ही खुशहाली में बदलने वाला है. कोर्ट के कड़े तेवर के बाद विवि प्रशासन सामंजित कर्मियों के बकाए भुगतान को लेकर प्रयास शुरू कर दिया है. इसको लेकर विवि द्वारा संबंधित कॉलेजों के प्राचार्य से उनके यहां कार्यरत सामजित कर्मियों की डिटेल मांगने के साथ ही उनके बकाया के भुगतान के लिए सरकार को डिमांड भेजा गया है.
विवि द्वारा भेजे गए डिमांड पत्र की बात करें तो प्रत्येक सामंजित कर्मियों में से तृतीय वर्ग के प्रत्येक कर्मी को 41 लाख 32 हजार 272 रुपए व चतुर्थ वर्ग के प्रत्येक कर्मी को 25 लाख 83 हजार 860 रुपए का भुगतान होगा. बहरहाल मंगलवार को पटना हाईकोर्ट में सामजित कर्मियों द्वारा अवमाननावाद की सुनवाई के दौरान विवि के रजिस्ट्रार डॉ. सरफराज अहमद को कड़ी फटकार सुननी पड़ी. विवि की ओर से कोर्ट के समक्ष विवि के चतुर्थ एवं तृतीय वर्ग के 98 सामंजित कर्मियों के बकाए भुगतान के लिए सरकार को लिखे गए डिमांड पत्र प्रस्तुत किया गया.
जिसमें पत्रांक के द्वारा डॉ. रेखा कुमारी निदेशक, उच्च शिक्ष विभाग वादी कर्मचारियों के वेतन व्यय भार की गणना इन कर्मचारियों की नियुक्ति की तिथि के समय पदनाम के अनुसार अनुमान्य वेतन, महंगाई भत्ता एवं वार्षिक वेतन वृद्धी को ध्यान में रखते हुए उनके आर्थिक लाभ की गणना की गई है. करीब 30 करोड़ 76 लाख 44 हजार 987 रुपए का डिमांड भेजा गया है.