Gaya Desk – दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के प्राध्यापकों को दिन-ब-दिन नई – नई उपलब्धियां हासिल होती रहती है. इसी सिलसिले को जारी रखते के सह-प्राध्यापक डॉ प्रफुल्ल कुमार सिंह के आपदा प्रबंधन पर आधारित पुस्तक को अंतर्राष्ट्रीय पब्लिशर ‘स्प्रिंगर’ ने प्रकाशित किया है. पुस्तक का शीर्षक ” रीसेंट टेक्नोलॉजीज फॉर डिजास्टर मैनेजमेंट एंड रिस्क रिडक्शन : सस्टेनेबल कम्युनिटी रेसिलिएंस एन्ड रेस्पॉन्सेस” है. इसमें आपदा से जुड़े विभिन्न पहलुओं का व्याख्यान करते हुए कुल 24 अध्याय हैं. डॉ प्रफुल्ल कुमार सिंह की उपलब्धि पर कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह, कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह के साथ – साथ भूविज्ञान विभाग एवं अन्य विभागों के प्राध्यापकों ने बधाई दी है.
पुस्तक के बारे में डॉ प्रफुल्ल कुमार सिंह ने बताया कि पृथ्वी और पर्यावरण विज्ञान श्रृंखला के तहत प्रकाशित पुस्तक, पृथ्वी और पर्यावरण विज्ञान समुदायों की भूमिका को मजबूत करने के लिए नवीन दृष्टिकोणों और ठोस समीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करती है. पुस्तक में वैश्विक अनुभवों ने संकेत दिया है कि विकासशील देश और गरीब समुदाय विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं और खतरों के कारण अधिक असुरक्षित हैं. हाल ही में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में हुए विकास ने जीवन और संपत्ति के नुकसान को कम करने की काफी संभावनाएं प्रदान की हैं. पुस्तक में भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, जंगल की आग, चक्रवात, शहरी और पर्यावरणीय खतरों, मिट्टी के कटाव, कोयले की खान की आग, रेत खनन और प्राकृतिक और मानवजनित आपदाओं और इसके शमन उपायों से संबंधित कई अन्य विषयों पर आधारित अध्याय हैं.
डॉ सिंह ने काफी उत्सुकता से कहा कि यह पुस्तक आपदा प्रबंधन और जोखिम न्यूनीकरण के क्षेत्र में काम करने वालों के लिए बहुत रुचिकर होगी. पुस्तक में बिहार में हाल की बाढ़ और इसके शमन उपायों को भी शामिल किया गया है. यह पुस्तक विभिन्न प्रकार की आपदाओं और इसके प्रबंधन तकनीकों को समझने के लिए एवं स्थायी योजनाओं को विकसित करने के लिए हितधारकों, नीति निर्माताओं और निर्णय निर्माताओं के लिए बहुत उपयोगी है.
साभार – धीरज गुप्ता